Vocational Education : सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) उत्तराखंड के पहाड़ी युवाओं को डिजिटल मार्केटिंग का गुर सिखाएगा। साथ ही इच्छुक युवाओं को ड्रोन बनाने की कला में भी पारंगत किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इसके लिए जल्द ही उच्च शिक्षा विभाग के साथ आईटीडीए एमओयू करेगा। बतादें कि आईटीडीए के तमाम कैल्क कंप्यूटर केंद्र प्रदेशभर में हैं। इनके माध्यम से और सरकारी डिग्री कॉलेजों के माध्यम से ये शॉर्ट टर्म कोर्स कराए जाएंगे।
महंगी और दूरी के कारण Vocational Education में पिछड़ रहीं छात्राएं
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस बाबत निर्देश दिए हैं। इसके बाद आईटीडीए इसकी तैयारियों में जुट गया है। पर्वतीय जिलों के कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को अब डिजिटल मार्केटिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी का पाठ पढ़ाया जाएगा। बताया जा रहा है कि आईटी की सात से अधिक विधाओं में 10 हजार युवाओं को पारंगत बनाया जाएगा। दरअसल, मैदानी शहरों में तो युवाओं के पास इन अत्याधुनिक कोर्स को करने के लिए तमाम संस्थान उपलब्ध हैं, लेकिन पर्वतीय जिलों के छात्र इससे वंचित हैं। इसलिए सरकार विशेषकर पर्वतीय जिलों के स्नातक, परास्नातक कर रहे छात्रों के लिए यह योजना लेकर आई है।
आईटी विभाग के अफसरों के मुताबिक, आईटीडीए के तमाम कैल्क कंप्यूटर केंद्र प्रदेशभर में हैं। इनके माध्यम से और तमाम सरकारी डिग्री कॉलेजों के माध्यम से ये शॉर्ट टर्म कोर्स कराए जाएंगे। जल्द ही उच्च शिक्षा विभाग के साथ भी एमओयू किया जाएगा। सबसे खास बात ये भी है कि पहाड़ी छात्रों को ये कोर्स करने के लिए बाहर नहीं जाना होगा। उन्हें अपने ही कॉलेज में आईटी विशेषज्ञ ये कोर्स कराएंगे। कोर्स 150 से 400 घंटे के हैं। कोर्स करने वाले छात्रों को किताबी जानकारी के साथ ही व्यावहारिक ज्ञान भी दिया जाएगा। मसलन, अगर कोई ड्रोन तकनीकी पर कोर्स करना चाहता है तो उसे ड्रोन के माध्यम से भी सिखाया जाएगा।
स्वयं सहायता समूहों में काम करने वाली बेटियां भी होगी लाभान्वित
इस योजना की खास बात यह है कि इसे स्वयं सहायता समूहों में काम करने वाली बेटियां भी कर सकेंगी। इससे एक ओर जहां उनका एसएचजी ग्रुप और बेहतर चल सकेगा तो दूसरी ओर वह डिजिटल मार्केटिंग जैसी विधाओं से अपने काम को एक नई ऊंचाई दे सकेंगी।
ये कोर्स कराए जाएंगे
डिजिटल मार्केटिंग, नेटवर्किंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी, ड्रोन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस।