Virat Kohli Test Retirement: विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट इंस्ट्राग्राम पर एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी। हालांकि, उनके संन्यास की खबरें मीडिया में लगातार चल रही थीं। लेकिन, भारतीय कंट्रोल बोर्ड ने उन्हें आगामी इंग्लैंड टेस्ट सीरीज को देखते हुए अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा था। लेकिन, वह नहीं माने। बतादें कि रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
कोहली ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर एक फोटो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा, टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्ल्यू पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि यह प्रारूप मुझे किस सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाए, जिन्हें जीवनभर अपने साथ रखूंगा। सफेद कपड़ो में खेलना बहुत ही निजी अनुभव होता है। शांत वातावरण, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता, लेकिन जो हमेशा आपके साथ रहते हैं। जैसे ही मैं इस प्रारूप से दूर होता हूं, यह आसान नहीं है – लेकिन यह सही लगता है। कोहली ने लिखा, मैंने इसमें अपना सबकुछ दिया है, और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया है। मैं दिल से आभार के साथ जा रहा हूं – खेल के लिए, उन लोगों के लिए जिनके साथ मैंने मैदान साझा किया, और हर एक व्यक्ति के लिए जिसने मुझे इस दौरान देखा। मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा। 269 साइनिंग ऑफ।
इस दिग्गज बल्लेबाज ने 123 टेस्ट मैच खेले और 210 पारियों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए। इसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट करियर में कोहली ने कुल 1027 चौके और 30 छक्के लगाए। भारतीय क्रिकेट को एक हफ्ते के अंदर दो बड़े झटके लगे हैं। रोहित शर्मा के बाद अब विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया है। सोमवार को उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। पिछले कुछ दिनों से मीडिया में यह बात चल रही थी कि कोहली ने बीसीसीआई को अपने संन्यास के बारे में जानकारी दे दी है, लेकिन बीसीसीआई ने आगामी इंग्लैंड टेस्ट सीरीज को देखते हुए उन्हें अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा था। हालांकि, कोहली ने टेस्ट से संन्यास लेने का ही फैसला किया। भारत के लिए यह बड़ा झटका है क्योंकि बुधवार को नियमित कप्तान रोहित ने भी टेस्ट से संन्यास ले लिया था। एक हफ्ते के अंदर दो दिग्गज खिलाड़ियों के संन्यास से फैंस सदमे में हैं। इसी के साथ भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक अध्याय का अंत हो गया। भारत को इंग्लैंड का दौरा अगले महीने करना है। इस दौरान टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी।
सिर्फ वनडे क्रिकेट में दिखेंगे विराट
विराट अब सिर्फ वनडे में खेलते दिखाई पड़ेंगे। वह पिछले साल टीम इंडिया के टी20 विश्व कप जीतने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले चुके हैं। कोहली ने कुल मिलाकर 123 टेस्ट खेले और इसकी 210 पारियों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए। इसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट करियर में कोहली ने कुल 1027 चौके और 30 छक्के लगाए। इसके अलावा टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 125 मैचों में 48.7 की औसत और 137.05 के स्ट्राइक रेट से 4188 रन बनाए। इसमें एक शतक और 38 अर्धशतक भी शामिल हैं। वनडे में कोहली 302 मैचों में 57.88 की औसत और 93.35 के स्ट्राइक रेट से 14181 रन बना चुके हैं। इसमें 51 शतक और 74 अर्धशतक शामिल हैं।
कोहली तीनों प्रारूप में रह चुके हैं कप्तान
कोहली तीनों प्रारूप में टीम इंडिया की कमान भी संभाल चुके हैं। वह 2014 में धोनी के संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहली बार कप्तान बने थे। तब से लेकर 2022 में दक्षिण अफ्रीका दौरे तक टेस्ट में कप्तान रहे। वहीं, 2021 में उनसे टी20 और वनडे की कप्तानी छीन ली गई थी। कोहली ने अपना टेस्ट डेब्यू में 20 जून 2011 को सबिना पार्क में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। वहीं, आखिरी टेस्ट उन्होंने इसी साल सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
कोहली का हाल फिलहाल में खराब प्रदर्शन
कोहली का प्रदर्शन पिछली दो टेस्ट सीरीज में बेहद खराब रहा था और इन दोनों सीरीज में टीम इंडिया को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। न्यूजीलैंड ने पिछले साल भारत आकर टीम इंडिया को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया था। इस सीरीज में कोहली तीन मैचों की छह पारियों में 15.50 की औसत से 93 रन बनाए थे। वहीं, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोहली पांच मैचों की नौ पारियों में 190 रन बना पाए थे। इसमें एक शतक शामिल है। कोहली ने पर्थ में पहले टेस्ट में ही शतक लगाया था। इसके बाद आठ पारियों में वह केवल 90 रन बना सके। कोहली आठ बार आउट हुए और इसमें से सात बार वह ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर छेड़छाड़ करते हुए आउट हुए।
विराट रिकॉर्ड
5000 रन और फील्डिंग में 50 से ज्यादा शिकार : कोहली उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने टेस्ट में 5000 से ज्यादा रन और फील्डिंग करते हुए 50 से ज्यादा शिकार किए हैं। उनके नाम 123 टेस्ट में 42.30 की औसत से 9230 रन हैं, जबकि फील्डिंग करते हुए उन्होंने 121 शिकार (कैच पकड़े) किए हैं। ऐसा करने वाले भारतीयों की लिस्ट में कोहली के अलावा गुंडप्पा विश्वनाथ, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, कपिल देव, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे हैं।
दोनों पारियों में शतक : कोहली के नाम एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने साल 2014 में एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में पहली पारी में 115 रन और दूसरी पारी में 141 रन बनाए थे। इस लिस्ट में कोहली के अलावा भारत के विजय हजारे, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़, अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा शामिल हैं।
एक ही टेस्ट में शतक और नर्वस 90 : कोहली उन चुनिंदा खिलाड़ियों में भी शामिल हैं, जिन्होंने एक टेस्ट की एक पारी में शतक लगाया और दूसरी में नर्वस 90 में आउट हुए हों। उनके साथ दो बार ऐसा हुआ है। कोहली ने साल 2013 में जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहली पारी में 119 रन बनाए थे, जबकि दूसरी पारी में 96 रन बनाकर आउट हुए थे। इसके बाद साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में पहली पारी में 97 रन और दूसरी पारी में 103 रन बनाए थे। इस लिस्ट में कोहली के अलावा अन्य भारतीय चंदू बोर्डे, मोहिंदर अमरनाथ, सौरव गांगुली, गौतम गंभीर और चेतेश्वर पुजारा हैं।
एक ही टेस्ट में शतक और शून्य : कोहली के नाम टेस्ट में एक अनचाहा रिकॉर्ड भी है। वह उन खिलाड़ियों की लिस्ट में भी शामिल हैं, जिन्होंने एक ही टेस्ट की एक पारी में शतक लगाया, जबकि दूसरी में खाता भी नहीं खोल सके। कोहली के साथ ऐसा साल 2017 में हुआ था। तब ईडेन गार्डेंस में कोहली श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट की पहली पारी में खाता नहीं खोल सके थे, जबकि दूसरी पारी में नाबाद 104 रन की पारी खेली थी। ऐसा करने वाले अन्य भारतीय बल्लेबाजों में मुलवंतरी हिम्मतलाल मांकड़, पंकज रॉय, विजय लक्ष्मण मांजरेकर, माधराव लक्ष्मणराव आप्टे, गुंडप्पा विश्वनाथ, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, नवजोत सिद्धू, मोहम्मद अजहरुद्दीन, नयन मोंगिया, सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, शुभमन गिल, सरफराज खान और यशस्वी जायसवाल शामिल हैं।
टेस्ट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक : कोहली के नाम भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने सात दोहरे शतक लगाए हैं। इस मामले में वह ओवरऑल लिस्ट में संयुक्त रूप से चौथे नंबर पर हैं। टेस्ट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक सर डॉन ब्रैडमैन के नाम है। उन्होंने 12 दोहरे शतक लगाए थे। इसके बाद संगकारा और ब्रायन लारा का नाम आता है। भारतीयों में कोहली के बाद वीरेंद्र सहवाग का नाम आता है। सहवाग ने छह दोहरे शतक लगाए।
एक सीरीज में सबसे ज्यादा दोहरे शतक : कोहली के नाम भारत के लिए एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने साल 2017/18 में श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में पांच पारियों में दो दोहरे शतक लगाए थे। श्रीलंका की टीम भारत के दौरे पर आई थी। कोहली ने इस सीरीज में 610 रन बनाए थे। उन्होंने तब श्रीलंका के खिलाफ नागपुर टेस्ट में 213 रन की पारी खेली थी। इसके बाद दिल्ली में 243 रन बनाए थे। तीन मैचों की सीरीज को भारत ने 1-0 से जीता था। इस मामले में ओवरऑल कोहली संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। इस लिस्ट में शीर्ष पर ब्रैडमैन हैं। उनके नाम एक सीरीज में सबसे ज्यादा तीन दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड है।