पहली बार National Games की मेजबानी कर रहा उत्तराखंड ने कई मोर्चों पर वाहवाही बटोरी है। शानदार मेजबानी की तारीफ तो हर जगह हो ही रही है साथ में खेल में उत्तराखंडी खिलाड़ियों के जज्बे की सराहना भी की जा रही है। उत्तराखंड ने आखिरी दिन पदकों का शतक लगा सबको चौंका दिया। पदकों के लिहाज से देखा जाए तो वह तालिका में चौथे स्थान पर है। उत्तराखंड से आगे सिर्फ सर्विस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी), महाराष्ट्र और हरियाणा ही रहा। एसएससीबी को कुल 121 पदक मिले। महाराष्ट्र ने 198 पदक पाए। वहीं, हरियाणा ने 153 पदक झटके। उत्तराखंड ने 102 पदक हासिल किए। खेलों के आखिरी दिन उत्तराखंड ने दो स्वर्ण, दो कांस्य पदक जीता। गोवा में आयोजित 37वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड ने सिर्फ 24 पदक जीते थे। पदक तालिका में वह 25वें स्थान पर रहा था।
राष्ट्रीय खेलों में कयाकिंग और कैनोइंग के मुकाबलों में उत्तराखंड की सोनिया देवी ने महिला K-1 500 मीटर स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 02:06.935 सेकंड में रेस पूरी कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। सर्विसेज की जी. पार्वती ने 02:07.800 के साथ रजत पदक हासिल किया, जबकि ओडिशा की ख्वैराकपम धनामंजुरी देवी ने 02:08.466 के समय के साथ कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। वहीं, पुरुषों की K-4 500 मीटर स्पर्धा में उत्तराखंड ने रजत पदक जीता।

टीम में आदित्य सैनी, विशाल डांगी, हर्षवर्धन सिंह शेखावत और प्रभात कुमार शामिल रहे। टीम ने 1:28.609 सेकंड का समय निकालते हुए पदक जीता। इससे राष्ट्रीय खेलों की पदक तालिका में पदकों की संख्या 99 हो गई थी। नेटबाल मिक्स टीम में मेजबान राज्य को एक और रजत मिलने से पदकों का शतक बनाकर उत्तराखंड ने नया रिकार्ड बना दिया। नेटबाल टीम में ममता, अंशुल, पुष्पेश, गौरव रावत, मनीष शर्मा, जीतेंद्र कुमार, ललित बिष्ट, अवंतिका कैंतुरा, संतोष, दीक्षा व्यास और चित्रा शामिल रही।