कहते हैं कि प्रतिभा किसी साधन की मोहताज नहीं होती। विषम परिस्थितियों में वह और भी निखर कर सामने आती है। हम बात कर रहे हैं UK Board Result 2024 में 12वीं की परीक्षा में संयुक्त रूप से टॉपर बनी हल्द्वानी की कंचन जोशी ने की। वह 97.60 प्रतिशत अंक हासिल कर बेटियों का झंडा बुलंद किया है।
कुसुमखेड़ा निवासी कंचन जोशी हरगोविंद सुयाल एसवीएम इंटर कॉलेज में पढ़तीं हैं। कंचन जेईई एडवांस की तैयारी कर रहीं हैं। इंजीनियर बनना उनका सपना है। कंचन के पिता धर्मेंद्र जोशी खेती-किसानी के साथ सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं जबकि मां खष्टी जोशी गृहिणी हैं। कंचन ने दसवीं में भी 92.2 अंक हासिल किए थे।
रोज दो घंटे की पढ़ाई
कंचन ने बताया कि स्कूल और ट्यूशन जाने के साथ ही घर पर एक से दो घंटे तक पढ़ाई की। कंचन को संगीत, नृत्य और मेहंदी लगाने जैसे रचनात्मक कार्य पसंद हैं। कंचन ने कहा कि परीक्षा में अपना शत प्रतिशत देने की कोशिश की। गुरुजनों और माता-पिता आशीर्वाद से उन्हें बेहतर अंक लाने में मदद मिली। प्रदेश टॉपर कंचन अपने पास मोबाइल नहीं रखती हैं। जरूरत पड़ने पर वह मां या पिता का मोबाइल इस्तेमाल करती हैं।
प्रेशर में पढ़ाई न करें, मेहनत का कोई विकल्प नहीं
कंचन का कहना है कि प्रेशर लेकर पढ़ाई न करें। साथ ही कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। मनोरंजन के जरिये दिमाग को तरोताजा रखें। अच्छी तैयारी करने के लिए दिमाग का तंदुरुस्त होना बेहद जरूरी है। कंचन की मां खष्टी जोशी कहती हैं कि हाईस्कूल में उम्मीद से कम नंबर आने के बाद वह निराश नहीं हुईं। बल्कि खूब मेहनत की। नतीजा सबके सामने है। प्रदेश में टॉप कर नाम रोशन किया है।
किस विषय में कितने अंक
गणित-100
अंग्रेजी-99
रसायन विज्ञान- 99
भौतिक विज्ञान -98
हिंदी -94
प्रदेश की सूची में 19वें स्थान पर रहने वाले प्रवेंद्र ने चराईं हैं बकरियां

चमोली जिले के दूरस्थ गांव ईराणी में प्रवेंद्र सिंह रहते हैं। वह पढ़ाई के साथ ही घरेलू कामों में बराबर हाथ बंटाते रहे हैं। उत्तराखंड बोर्ड के रिजल्ट में उन्होंने इंटर में 19वें स्थान हासिल किया है। खास बात यह है कि प्रवेंद्र का गांव इतना दूरस्थ है कि परीक्षा परिणाम आने के काफी देर तक बाद उन्हें अपनी सफलता के बारे मे पता चल सका। जब उन्हें सूचना मिली तो वह खेत में काम कर रहे थे।
प्रवेंद्र सिंह ने राजकीय इंटर कॉलेज पाणा-ईराणी से 12वीं की परीक्षा दी। प्रवेंद्र ने 500 में से 464 अंक हासिल किए और 92.80 प्रतिशत के साथ 19वीं रैंक हासिल की। प्रवेंद्र के पिता देवेंद्र सिंह बकरी पालन का काम करते हैं जबकि मां हेमा गृहिणी हैं। प्रवेंद्र ने बताया कि मां अक्सर बीमारी रहती है। ऐसे में पढ़ाई के साथ उन्हें घर के काम में भी हाथ बंटाना होता है। उन्होंने बताया कि वह नियमित रूप से घर में पढ़ाई करते थे, इसलिए वह अच्छे अंक लाने में सफल रहे। साथ ही वह मोबाइल से दूर भी रहते हैं। इस वजह से उनका समय बर्बाद नहीं हुआ।
मेरिट सूची में जुड़वा भाई-बहन ने बनाई जगह

इंटरमीडिएट में रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि निवासी जुड़वा भाई-बहन ने प्रदेश की मेरिट सूची में स्थान बनाया है। अगस्त्य पब्लिक इंटर कॉलेज के छात्र अंशुल नेगी ने 97 फीसदी अंकों के साथ प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है, वहीं उनकी बहन अंशिका ने 95 फीसदी अंकों के साथ आठवें स्थान पर रहीं। 16 वर्षीय अंशुल जेईई मेंस की परीक्षा में भी पास कर चुके हैं और अब वह एडवांस की तैयारी में जुट गए हैं। अगस्त्यमुनि ब्लॉक के ढौंढिक क्यूड़ी गांव निवासी भरत सिंह नेगी व शारदा नेगी की तीन संतानों में तीसरे अंशुल नेगी ने बताया कि उसने जो स्कूल में पढ़ाई की उसका घर में रिवीजन किया।
रिजल्ट में कुमाऊं का रहा दबदबा
उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा परिणामों में कुमाऊं मंडल के होनहारों का दबदबा रहा। हाईस्कूल की टॉप-25 वरीयता सूची में शामिल 216 बaच्चों में से 118 बच्चे कुमाऊं मंडल के हैं। हाईस्कूल की टॉप-25 वरीयता सूची में शामिल 216 बच्चों में से 118 बच्चे कुमाऊं मंडल के हैं। इनमें सर्वाधिक 37 होनहार ऊधमसिंह नगर जिले के हैं। बेशक बागेश्वर जिला ओवलऑल रिजल्ट में सबसे आगे हैं लेकिन हाईस्कूल की वरीयता सूची के मामले में यह जिला सबसे पीछे रहा। इस जिले के सिर्फ पांच बच्चे ही वरीयता सूची में स्थान पा सके।