Tirupati Prasad Controversy: गुजरात स्थिति एनडीडीबी की प्रयोगशाला में जब से यह पुष्टि हुई है कि तिरुपति बालाजी के प्रसाद में गाय की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट की जा रही थी, देश के हिंदू समाज में काफी आक्रोश है। तिरुपति से घी के नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। संतों का कहना है कि यह सनातन पर हमला है। इसके बाद से सियासत भी गरमा गई है। यहां आपको बतादें कि पिछले चार दशक से तिरुपति के प्रसाद की गुणवत्ता पर सवाल उठते रहे हैं। 1985 में भी प्रसाद की गुणवत्ता पर सवाल उठे थे। तब से प्रसाद के नमूने जांच के लिए भेजे जाने लगे थे। प्रकरण सामने आने के बाद कर्नाटक मिल्क फेडरेशन का बयान एक बयान भी सामने आया है। फेडरेशन ने कहा है कि मंदिर ट्रस्ट ने पिछले चार साल से घी की खरीदारी नहीं की है।
क्या है पूरा मामला?
मिलावट का मामला सामने आने के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि जगनमोहन रेड्डी की सरकार में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी को मिलाया जाता था। इसके अलावा नायडू का आरोप है कि पिछली सरकार में दोयम दर्जे के सामान का इस्तेमाल होता था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद यह सुनिश्चित किया गया कि घी सहित उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का ही इस्तेमाल हो। अब मंदिर में सभी भोजन प्रसाद अब बेहतर गुणवत्ता के हैं।
वाईआरएसपी ने किया पलटवार
सीएम चंद्रबाबू नायडू के बयान पर वाईएसआरसीपी ने आपत्ति जताई है। पार्टी ने कहा है कि टीडीपी ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए झूठ का सहारा लिया है। पार्टी ने यह भी कहा कि यह नायडू ही हैं, जिन्होंने इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी करके मंदिर और करोड़ों श्रद्धालुओं की पवित्रता को नुकसान पहुंचाया है। दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
इस से शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता !
तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद में मिलाया जा रहा था जानवरों की चर्बी, सूअर का फैट और मछली का तेल।
जगनमोहन रेड्डी की सरकार ने हिन्दुओं की आस्था के साथ किया अन्याय!
लैब में हुए सैंपल टेस्ट में सामने आई बड़ी जानकारी !
आंध्र प्रदेश के… pic.twitter.com/TCPQYIbMV2
— Panchjanya (@epanchjanya) September 19, 2024
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा में भी आए थे एक लाख लड्डू
संघ का मुखपत्र पांचजन्य का एक बयान आया है। इसके मुताबिक, जनवरी में अयोध्या में भगवान राम की मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा के दौरान भी करीब एक लाख लड्डू तिरुपति बालाजी से आए थे। इसके बाद खलबली मच गई है। राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जो जांच की गई उससे साफ है कि मछली का तेल मिलाया गया था। यह कब से हो रहा है ये अभी तक पता नहीं चल पाया है। यह एक साजिश है। उन्होंने इसे सनातन धर्म पर हमला करार दिया है। साथ ही उन्होंने सरकार को मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराने की मांग की।
We are all deeply disturbed with the findings of animal fat (fish oil,pork fat and beef fat )mixed in Tirupathi Balaji Prasad. Many questions to be answered by the TTD board constituted by YCP Govt then. Our Govt is committed to take stringent action possible.
But,this throws… https://t.co/SA4DCPZDHy— Pawan Kalyan (@PawanKalyan) September 20, 2024
पवन कल्याण ने कहा, सनातन धर्म रक्षा बोर्ड का गठन हो
मामला सामने आने के बाद एक्स पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। फिल्म अभिनेता से मंत्री बने पवन कल्याण ने एक्स पर लिखा कि अब समय आ गया है कि पूरे भारत में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ का गठन किया जाए। सभी नीति निर्माताओं, धार्मिक प्रमुखों, न्यायपालिका, नागरिकों, मीडिया और अपने-अपने क्षेत्रों के अन्य सभी लोगों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे पर एक बहस होनी चाहिए। मुझे लगता है कि हम सभी को किसी भी रूप में ‘सनातन धर्म’ के अपमान को रोकने के लिए एक साथ आना चाहिए।
हर दिन बनते हैं 3 लाख लड्डू
मंदिर ट्रस्ट हर दिन तीन लाख लड्डू बनाया जाता है। श्रद्धालुओं के लिए यह काफी महत्व रखता है। बताया जाता है कि इससे हर साल ट्रस्ट को 500 करोड़ की आय होती है। मामला सामने आने के बाद तिरुपति बालाजी मंदिर ट्रस्ट ने तमिलनाडु की एआर डेयरी फुड्स, डिंडीगुल की ओर से सप्लाई किए गए घी को वापस करते हुए उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया है। साथ ही कर्नाटक की डेयरी को आपूर्ति का ठेका दिया है।