2025 में चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की संख्या के सभी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अब तक 2023 में सबसे ज्यादा 56,18,497 तीर्थयात्रियों के आने का रिकॉर्ड है। इस बार अनुमान लगाया जा रहा है कि यह संख्या 60 लाख के पार हो सकती है। इसका कारण भी है, पीएम मोदी की हर्षिल यात्रा के कारण पूरी दुनिया का ध्यान उत्तराखंड की ओर गया है। वह प्रमोट शीतकालीन यात्रा को कर रहे थे। लेकिन, इसका असर चारधाम यात्रा पर जरूर दिखेगा। दूसरी ओर, सीएम धामी भी काफी दिनों से शीतकालीन यात्रा का पूरे देश में प्रमोशन कर रहे हैं। यही कारण है इस इस बार शीतकालीन यात्रियों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला। यही कारण है कि इस बार अधिकारियों ने चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण का पोर्टल एक दिन पहले ही खोल दिया। रिस्पांस भी बढ़िया रहा। पहले दिन 1.65 लाख से ज्यादा लोगों ने खुद को पंजीकृत किया। अब तक 7 लाख से ज्यादा यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
इसी के साथ उत्तराखंड सरकार की तैयारियां भी युद्ध स्तर पर हो रही हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार चार धाम यात्रा दस दिन पहले शुरू हो रही है। यानी कि इस बार यात्रा के लिए ज्यादा दिन उपलब्ध होंगे। यात्रियों के स्तर पर पंजीकरण के लिए दिखाए जा रहे उत्साह को देखते हुए सरकार ने भीड़ प्रबंधन को भी ध्यान में रखते हुए तैयारी शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार चारधाम यात्रा की तैयारी में जुटी हुई है। उत्तराखंड की यात्रा व्यवस्था ने देश दुनिया के श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है और उनका भरोसा बढ़ा है। प्रधानमंत्री जी ने चारधाम यात्रा का भरपूर प्रमोशन किया है। हम यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
सीएम का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मां गंगा के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखवा और पर्यटन स्थल हर्षिल के दौरे से यात्रा के लिए अच्छा माहौल तैयार हुआ है। प्रधानमंत्री 6 मार्च को उत्तराखंड आए थे। ऐसा पहली बार हुआ, जब कि चार धाम यात्रा शुरू होने से कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड आना हुआ। भले ही औपचारिक कार्यक्रम शीतकालीन यात्रा को लेकर था, लेकिन प्रधानमंत्री ने चार धाम यात्रा की भी भरपूर ब्रांडिंग की। देश को यह तक बतलाया कि पिछले दस वर्षों में चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कितना बड़ा अंतर आ गया है।
बीते वर्ष चार धाम यात्रा का शुभारंभ 10 मई को हुआ था। इस बार यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है। वर्ष 2023 में यात्रा 22 अप्रैल को शुरू हो गई थी और रिकार्ड 56,18,497 यात्री उत्तराखंड पहुंचे थे। वर्ष 2024 में कम दिन मिलने और प्राकृतिक आपदा की घटनाओं के बावजूद यात्री संख्या के आंकडे़ ने सबको चौंका दिया था। इस वर्ष यात्रा में कुल 48,04,215 यात्री उत्तराखंड पहुंचे थे। चार धाम यात्रा में 30 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री, 02 मई को केदारनाथ धाम और 04 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।
श्रद्धालु इन बातों का रखें ध्यान
- पंजीकरण के दौरान सही मोबाइल नंबर दर्ज करें
- धामों में दर्शन टोकन अवश्य प्राप्त करें
- यात्रा के दौरान ऊनी कपड़े, छतरी, रेनकोट आदि साथ रखें
- वरिष्ठ नागरिक यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं
- पंजीकरण प्रक्रिया में सटीक जानकारी दर्ज करें
- हेली यात्रा के लिए टिकट वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in पर बुक करें
- हेली टिकट प्रदान करने वाले अनाधिकृत व्यक्तियों से बचें
- धामों में दर्शन कराने वाले अनाधिकृत व्यक्तियों से बचें
- यात्रा के दौरान जरूरी दवाएं अपने पास रखें
- यात्रा मार्ग पर गंदगी न फैलाएं
- वाहन की गति नियंत्रित रखे और उचित स्थान पर पार्क करें
- अस्वस्थ महसूस करने पर यात्रा टाल दें
- अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
- टोल फ्री नंबर: 0135-1364, फोन न.: 0135-2559898, 0135-2552627 ई-मेल : touristcare.uttarakhand@gmail.com
- चारधाम यात्रा के दौरान दो स्थानों पर बनेगा चेकपोस्ट