केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह 8.30 बजे विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इससे पहले यहां पर विशेष पूजा की गई। कपाट बंद करने की प्रक्रिया सुबह चार बजे से शुरू हुई। इसके साथ ही बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली धाम से अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान कर दी है।
श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए पूरे विधि विधान के साथ बंद हुए। इस वर्ष 16 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया बाबा केदारनाथ के दर्शन।#KedarnathDham #UttarakhandNews pic.twitter.com/2PVlXUhp0z
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) November 3, 2024
रात में यह डोली रामपुर पहुंचेगी। बाबा केदार की डोली छह माह की शीतकालीन पूजा के लिए 5 नवंबर को ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी। रविवार दिन में 12 बजे के आसपास यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद हो जाएंगे।
शनिवार को केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू की गई। 11 बजे विधि-विधान के साथ भगवान केदारनाथ की पंचमुखी मूर्ति को भंडार से बाहर लाया गया। इस मौके पर समूची केदारपुरी बाबा केदार के जयकारों से गूंज उठी। मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग ने पंचमुखी उत्सव मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराया। धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला व वेदपाठी स्वयंवर सेमवाल ने पंचमुखी उत्सव मूर्ति की पूजा-अर्चना की। केदारनाथ मंदिर की परिक्रमा के बाद बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव मूर्ति डोली को मंदिर परिसर में विराजमान किया गया।
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12:05 बजे बंद होगा यमुनोत्री धाम के कपाट
रविवार को भैयादूज के पर्व पर दोपहर 12:05 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट बंद किए जाएंगे। शीतकाल में यमुना जी की उत्सव मूर्ति खरसाली गांव स्थित यमुना मंदिर में विराजमान रहेगी। जहां श्रद्धालु उनके दर्शन व पूजन कर सकेंगे। पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि कपाटबंदी के लिए रविवार सुबह खरसाली से शनि देव की डोली अपनी बहन यमुना को लेने के लिए धाम की ओर प्रस्थान करेगी।
हर-हर गंगे के उद्घोष संग बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट
गंगोत्री धाम के कपाट आज शनिवार को अन्नकूट पर्व पर शीतकाल के लिए दोपहर 12.14 बजे बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के बाद मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन पड़ाव मुखबा स्थित गंगा मंदिर में होंगे। गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के मौके पर धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। हर-हर गंगे..जय मां गंगे के जयकारों से इस दौरान धाम गूंज उठा।