Teacher Vacancy : उत्तराखंड में चल रही शिक्षक भर्ती में अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों की ओर से गलत जानकारी देकर शामिल होने का मामला सामने आया है। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा है कि अगर इस तरह का कोई मामला सामने आता है तो आवेदन निरस्त किए जाएंगे।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि उत्तराखंड के मूल एवं स्थानीय युवा ही शिक्षक भर्ती में शामिल किए जाएंगे। भर्ती में अन्य राज्यों से डीएलएड करके आने वाले अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच होगी। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का कहना है कि यदि कोई यूपी का मूल निवासी बताकर गलत तथ्यों के आधार पर डिप्लोमा ले आता है तो उसके आवेदन को रद्द किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि शिक्षक भर्ती में राज्य के युवाओं के हित प्रभावित नहीं होने दिए जाएंगे।
उत्तराखंड का मूल या स्थायी निवासी होना जरूरी
पूरा मामला डीएलएड के फर्जीवाड़े से जुड़ा है। प्रदेश में डीएलएड के लिए राज्य का मूल या स्थायी निवासी होना जरूरी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में इसके लिए सभी सीटों का कोटा राज्य के युवाओं के लिए है। ठीक यही व्यवस्था उत्तर प्रदेश एवं कुछ अन्य राज्यों में हैं। कुछ रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि इस भर्ती में अन्य राज्यों के अभ्यर्थी गलत जानकारी देकर भर्ती में शामिल हो रहे हैं। इसके बाद मंत्री को बयान देना पड़ा है।
बतादें कि राज्य में प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के लिए 3368 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। हाईकोर्ट में दाखिल रिट याचिका एवं विभागीय निर्णय के दृष्टिगत प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती दो चरणों में कराई जा रही है। प्रथम चरण में 2917 पदों पर जनपदवार भर्ती होगी। दूसरे चरण में 451 पदों पर भर्ती की जाएगी।