Tata Group In Uttarakhand : देश का नामी औद्योगिक घराना टाटा समूह अब उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर को इलेक्ट्रॉनिक सिटी के तौर पर विकसित करेगा। ताइवान की कंपनियों के साथ मिलकर टाटा समूह इस सिटी का निर्माण करेगा। ऊधमसिंह नगर के खुरपिया फार्म में समूह के लिए 350 एकड़ भूमि रिजर्व कर ली गई है। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद लगभग 10 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा। साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को भी पंख लग जाएंगे। बतादें कि दुनिया भर में इस समय सेमीकंडक्टर की मांग बहुत तेज है। क्योंकि इसे इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में रीढ़ की हड्डी माना जाता है। यह चिप सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में प्रयोग होता है। इस सेक्टर में ताइवान अग्रणी है। भारत सरकार पिछले तीन वर्षों में इस दिशा में बहुत तेजी से कार्य कर रही है। कोशिश है कि यहां के बने चिप पूरी दुनिया में बिके। कई वैश्विक कंपनियां देश में अलग-अलग जगहों पर अपनी यूनिट लगा रही हैं।
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बताया जा रहा है कि उत्तराखंड शासन के अधिकारी टाटा इलेक्ट्रॉनिक के सीईओ के साथ कई दौर की बातचीत कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि इसकी जिमेदारी संभाल रही मीनाक्षी सुंदरम टाटा इलेक्ट्रॉनिक समूह के साथ संपर्क में हैं। कोशिश की जा रही है कि मैन्युफैक्चरिंग यूनिट जल्द से जल्द उत्तराखंड में स्थापित हो जाए। बतादें कि टाटा समूह गुजरात में एक बड़ी यूनिट स्थापित कर रहा है और इसके सब कंपोनेंट के लिए देश के अलग-अलग राज्यों में यूनिट स्थापित करने की तैयारी की जा रही है। इसी के तहत असम के बाद टाटा ने उत्तराखंड में भी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने का फैसला लिया है। ऊधमसिंह नगर में टाटा की यह यूनिट लगने के बाद उम्मीद है कि और भी बड़ी कंपनियां यहां पर निवेश कर सकती है। इससे राज्य में बड़ी कंपनियों के आने का रास्ता खुल जाएगा।
टाटा समूह के अधिकारी खुरपिया फार्म का निरीक्षण भी कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही ताइवान कंपनियों के प्रतिनिधि भी स्थलीय निरीक्षण के लिए उत्तराखंड आएंगे। बता दें कि पिछले साल वैश्विक निवेशक सम्मेलन में टाटा समूह ने उत्तराखंड में इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने का प्रस्ताव दिया था।
Tata Group In Uttarakhand : अगले साल तक खुल जाएगी यूनिट
टाटा समूह ने इस प्रोजेक्ट के लिए राहुल जैन को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। माना जा रहा कि समूह अगले साल 2025 मध्य तक परियोजना का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। हाल ही में टाटा के इलेक्ट्रॉनिक प्रमुख रणवीर ठाकुर के नेतृत्व में एक टीम ने देहरादून में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव वित्त दिलीप जावलकर और उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ एक दौर की वार्ता भी कर ली है। अभी तक हुई बातचीत में टाटा समूह का रुख सकारात्मक है। राज्य के अधिकारियों के मुताबिक समूह को जमीन पसंद आई है। इसके अलावा सरकार के सहयोगात्मक रवैया भी उसे भा रहा है। टाटा ग्रूप के उत्तराखंड में आने के बाद देश की कई बड़ी कंपनियां भी यहां आने के लिए प्रोत्साहित होंगी। राज्य में उद्योगों के लिए एक वातावरण भी तैयार हो जाएगा।
कौशल विकास केंद्र भी होगा स्थापित
इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने के अलावा टाटा समूह उत्तराखंड में एक कौशल विकास केंद्र भी स्थापित करेगा। इस बाबत राज्य सरकार ने समूह से अनुरोध किया था। टाटा समूह इस कौशल केंद्र में युवाओं को उद्योग जगत की मांग के अनुसार प्रशिक्षित करेगा। यह कदम राज्य के युवाओं के लिए देश में अन्य जगहों पर भी काम करने की राह खोलेगा। इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़े क्षेत्र में अध्ययन कर रहे युवाओं को यहां प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा सिंगापुर सरकार के साथ भी राज्य में कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करने पर मंथन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री एवं नियोजन सचिव आर मिनाक्षी सुंदरम ने मीडिया से बातचीत में बताया है कि यह प्रक्रिया आखिरी दौर में है। इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनने से राज्य में रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।