हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह 9:15 बजे भगदड़ मच गई। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 6 की मौत हुई है। 29 लोग घायल हैं। गढ़वाल डिवीजन के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने कहा कि मंदिर में भारी भीड़ जुटने से हादसा हुआ। वहीं, पुलिस ने कहा कि मंदिर मार्ग में सीढ़ियों पर करंट होने की अफवाह फैली। इससे अफरातफरी मची और लोग भागे। SSP प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने कहा- मनसा देवी मंदिर में भगदड़ में हमें 35 लोगों के घायल होने की सूचना मिली थी। इन लोगों को तत्काल अस्पताल लाया गया। इनमें से 6 लोगों की मौत हो गई। बाकी घायलों का इलाज चल रहा है।
मनसा देवी मंदिर हरिद्वार में शिवालिक पहाड़ियों पर बिल्व पर्वत पर स्थित है। यह हर-की-पौड़ी से लगभग 3 किमी दूर स्थित है और यहां 1.5 किमी की चढ़ाई वाले रास्ते से या रोपवे के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी मनसा देवी मंदिर के महंत हैं। रवींद्र पुरी ने बताया कि यह घटना मंदिर परिसर में नहीं हुई है। मंदिर में आने जाने के 3 रास्ते हैं। जिसमें से एक रास्ते में बारिश के कारण फिसलन हो गई थी। श्रद्धालुओं के फिसलने से अफवाह फैली और भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हुई। इस वक्त मंदिर में हजारों लोग मौजूद हैं।
बचाव अभियान चालू है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना से पूरे उत्तराखंड में शोक है। बताया जा रहा है कि रविवार को भारी भीड़ के चलते भगदड़ मची। श्रद्धालुओं ने बताया कि रविवार के कारण सुबह से ही श्रद्धालुओं से मंदिर परिसर भर गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना मनसा देवी मंदिर से 100 मीटर पहले सीढ़ी मार्ग पर हुई है। घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन हादसे के कारण पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है। अधिकारियों ने कहा कि भीड़ प्रबंधन में चूक की जांच की जा रही है और CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। दसे के समय मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे, जो दर्शन के लिए दूर-दराज से आए थे।
गंगा सभा से जुड़े तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित ने मीडिया से बातचीत में बताया, “यह घटना सुबह करीब 9 से 9:15 बजे के बीच हुई जब हमने तीर्थयात्रियों को मदद के लिए पुकारते सुना। चूंकि यह केवल पैदल चलने का रास्ता है, इसलिए तुरंत अफरा-तफरी और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। स्थानीय व्यापारी और निवासी शुरू में समझ ही नहीं पाए कि क्या हो रहा है। उन्होंने आगे कहा, जल्द ही एम्बुलेंस पहुंच गईं और हमने घायलों को ले जाने में पुलिस की मदद की। माना जा रहा है कि रास्ते के पास एक चारदीवारी भी भगदड़ का कारण बनी। उत्तर प्रदेश के एक तीर्थयात्री ने कहा, मैंने जो देखा, उससे लगभग 20 लोग घायल लग रहे थे। घटना के बाद, मंदिर के द्वार बंद कर दिए गए और सभी तीर्थयात्रियों को वापस जाने के लिए कहा गया।
उत्तराखंड सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
1. जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र, हरिद्वार:
01334-223999
9068197350
9528250926
2. राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र, देहरादून:
0135-2710334, 2710335
8218867005
9058441404
घटना में मृतक / घायलों के बारे में जानकारी हेतु उपरोक्त हेल्पलाइन नम्बरों पर संपर्क किया जा सकता है।