Pm Modi Independence Day Speech … लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने अपने 11 वें संबोधन में कहा कि अब तक हम लोग जिस सिविल कोड में जी रहे हैं वह कम्युनल है। अब हमें सेकुलर सिविल कोड की जरूरत है। इसी के साथ यह चर्चा जोरों पर है कि केंद्र सरकार का अगला लक्ष्य देश भर में कॉमन सिविल कोड लागू करना है। बतादें कि भाजपा नीत उत्तराखंड की सरकार ने पिछले वर्ष ही राज्य में कॉमन सिविल कोड लागू किया था। इसे प्रयोग के तौर पर देखा जा रहा था।
इसके अलावा पीएम मोदी ने विपक्ष का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि हम संकल्प के साथ बढ़ रहे हैं। लेकिन, कुछ लोग ऐसे हैं जो प्रगति देख नहीं सकते। वह भारत का भला नहीं सोच सकते हैं। ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है। ऐसे मुट्ठी भर निराशा के गर्त में डूबे हुए लोग, जब उनकी गोद में विकृति पलती है तो वह विनाश और सर्वनाश का कारण बन जाती है। ऐसे छुटपुट निराशावादी तत्वों को समझना चाहिए।
जब नीति सही होती है, नीयत सही होती है और पूर्ण समर्पण से राष्ट्र का कल्याण ही मंत्र होता है, तो निश्चित ही परिणाम बेहतर प्राप्त होते हैं: PM @narendramodi pic.twitter.com/cB1Ykl5iWu
— PMO India (@PMOIndia) August 15, 2024
इशारों-इशारों में बंगाल में डॉक्टर से दरिंदगी का भी किया जिक्र
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में इशारों-इशारों में कोलकाता में एक डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी पर कहा कि अत्याचार पर सख्त एक्शन लेना चाहिए। राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द दंडित किया जाना चाहिए।’ हालांकि, उन्होंने अपने भाषण में कहीं भी इस घटना का जिक्र नहीं किया।
पड़ोसी देश के हालात पर जताई चिंता
पीएम ने कहा कि हमारे पड़ोसी देश में जो हुआ उसे लेकर हम चिंतित हैं। उम्मीद करते हैं कि वहा हालात जल्द सामान्य होंगे। साथ ही वहां के हिंदू, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। हमारे पड़ोसी देश सुख और शांति के मार्ग पर चलें।
डिजाइनिंग इंडिया का दिया मंत्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि निवेशकों को अपने राज्यों में बुलाएं। इसके लिए कानून व्यवस्था बेहतर बनाएं और अन्य नीतियों में सुधार करें, जिससे निवेशक आएं। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा। सिर्फ भारत सरकार से काम होता नहीं है। राज्य सरकारों को आगे आना होगा। कहा कि हमारा देश अपनी उच्च गुणवत्ता के लिए जाना जाए। इसके लिए हमें डिजाइनिंग इंडिया पर विशेष जोर देना है। कोशिश करनी है कि अब इंडियन स्टैंडर्ड, इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बनेंगे, ये हमारा लक्ष्य होना चाहिए। डिजाइनिंग इंडिया और डिजाइनिंग फॉर वर्ल्ड पर हमारा फोकस होना चाहिए। गेमिंग की दुनिया आज तेजी से उभर रही है। हम गेमिंग की दुनिया में नया टैलेंट लेकर आ सकते हैं। मैं चाहता हूं कि भारत के बच्चे, भारत के नौजवान, आईटी, एआई प्रोफेशनल्स गेमिंग की दुनिया में अपना नाम करें और गेम विकसित करें।
ओलंपिक में मेडल जीतने वाले खिलाड़ी भी रहे मौजूद
लाल किले में इस बार ओलंपिक जीत कर लौटने वाले खिलाड़ियों को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि मैं देशवासियों की तरफ से इन खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बड़ा दल पैरालंपिक के लिए जाएगा। मैं उन्हें बधाई देता हूं।
हम दुनियाभर में खिलौने निर्यात कर रहे हैं
पीएम ने उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि आज हमारे देश के खिलौने दुनिया भर में जगह बना रहे हैं। पहले हम मोबाइल फोन आयात करते थे। आज मोबाइल फोन हम दुनिया में निर्यात करते हैं। यह भारत की ताकत है। भविष्य के साथ सेमीकंडक्टर, एआई जुड़ा है। हमने सेमीकंडक्टर की दिशा में काम किया है। अब सेमीकंडक्टर का उत्पादन भी भारत में होगा।
परिवारवाद पर बोला हमला
परिवारवाद पर हमला करते हुए पीएम ने कहा कि इसने देश के लोगों से उसका हक छीना है। इनका मूल मंत्र है- ऑफ द फैमिली, बाई द फैमिली और फॉर द फैमिली। उन्होंने कहा कि तीसरी बुराई तुष्टिकरण है जिसने देश के मूलभूत चिंतन को नुकसान पहुंचाया है। हमें इन बुराइयों के खिलाफ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है।
प्राकृतिक आपदा को लेकर कहा
पीएम मोदी ने आगे कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण हम सबकी चिंता बढ़ती चली जा रही है। अनेक लोगों ने अपने परिवारजन खोए हैं, संपत्ति खोई है। देश का नुकसान हुआ है। उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि देश संकट की इस घड़ी में साथ खड़ा है।