पार्वती कुंड Parvati Kund कहां है… गूगल पर अगर आप सर्च करेंगे तो ऐसे कई सवाल मिल जाएंगे. इससे पता चलता है कि लोग इस दिव्य भूमि के बारे में कितना जानना चाहते हैं. बहुत से लोगों ने पार्वती कुंड के बारे में जानने में गूगल पर दिलचस्पी दिखाई है. हालांकि ऐसा कुछ महीने पहले तक नहीं था. जैसे कुछ समय पहले केदारनाथ गुफा देखने के लिए लोगों में दिलचस्पी बढ़ी, वैसी ही रुचि अब पार्वती कुंड के लिए देखी जा रही है. इसकी वजह केवल और केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.
जी हां, जब से पीएम पार्वती कुंड गए हैं देशभर से पर्यटक वहां जाने के लिए लालायित हैं. आगे पढ़ने से पहले जान लीजिए कि देवभूमि उत्तराखंड में पार्वती कुंड कहां है? पिथौरागढ़ जिले में यह जगह चीन सीमा के करीब है. ऊपर गूगल मैप में आप इस मनोरम जगह को जूम करके देख-समझ सकते हैं.
इसे प्रमुख शक्तिपीठों में से एक माना जाता है. खूबसूरती ऐसी कि एक बार आप गए तो बार-बार जाने का मन करेगा. कुमाऊं क्षेत्र की पहाड़ियों में यह दिव्य स्थल करीब 15 हजार फीट की ऊंचाई पर है.
हिंदुओं में मान्यता है कि भगवान शंकर और माता पार्वती ने यहां ध्यान किया था. पार्वती कुंड के पास ही आदि कैलाश भी मौजूद है. यह दिखने में कैलास के जैसा ही है और पार्वती कुंड को मानसरोवर झील की तरह श्रद्धालु मानते हैं.
अगर आप एनसीआर या दूसरे शहर से पिथौरागढ़ की देवभूमि पर आने की सोच रहे हैं तो ट्रेन या बस से पहुंच सकते हैं. पिथौरागढ़ से टैक्सी के जरिए 90 किमी की दूरी तय करके आप धारचूला पहुंच सकता है. धारचूला से 80 किमी दूर है पार्वती कुंड. यहां टैक्सी आसानी से मिल जाएगी. यहीं पर आपको ऊं पर्वत के भी दर्शन हो जाएंगे. वहां आपको रहने के लिए होमस्टे की सुविधा भी मिल जाएगी.