Pahalgam Terror Attack : 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरी दुनिया की निगाह इस बात पर टिक गई है कि भारत की जवाबी कार्रवाई क्या होगी। पाकिस्तानियों में भी खौफ तारी है। अंदाजा भारत में पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त के बयान से लग जा रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि भारत के किसी भी हमले का पाकिस्तान कड़ा जवाब देगा। यानी, पाकिस्तानियों को यह पक्का विश्वास है कि भारत जवाबी कार्रवाई जरूर करेगा। दुनिया के बड़े देश मोदी को फोन कर समर्थन की बात कह चुके हैं। अमेरिका, इजराइल, ब्रिटेन, यूरोप के कई देशों के प्रमुख घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को कटघरे में लाने की बात कही है। रक्षा मामलों के जानकार कहते हैं कि इस बार उरी सर्जिकल स्ट्राइक से भी बड़ा हो सकता है। पाकिस्तानी आर्मी प्रमुख जनरल मुनीर के उस वीडियो क्लिप को कई लोगों ने शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान कश्मीरी भाइयों को अकेले नहीं छोड़ सकता है। इससे यह साफ हो गया है कि हमले में पाकिस्तानी सेना का हाथ है।
सभी प्रमुख जांच एजेंसियां कश्मीर पहुंच कर जांच शुरू कर दी हैं। गृहमंत्री अमित शाह के दिल्ली लौटते ही रक्षा मामलों की समिति की उच्चस्तरीय बैठक शाम तक हो सकती है। माना जा रहा है कि यहां कुछ कठोर निर्णय लिया जा सकता है। बैठक की अध्यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। बतादें कि हमले के बाद वह सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़कर लौट आए थे।
दूसरी ओर एक अहम खुलासा हुआ है कि हमले में शामिल चार आतंकियों में दो लोकल है दो पाकिस्तान के। तीन आतंकियों के स्केच जारी किए गए हैं। यानी, एजेंसियों को हमलावरों के बारे में जानकारी मिल चुकी है। इन आतंकियों का काउंटडाउन शुरू हो गया है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में उबाल है। सुरक्षा एजेंसियां दहशतगर्दों की तलाश में जुटी है। हेलीकॉप्टर, ड्रोन से आतंकियों की तलाश की जा रही है।

बतादें कि बायसरन घाटी में मंगलवार को आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 17 लोग पर्यटक घायल हैं। आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं। आतंकी हमले के बाद बुधवार सुबह से सेना से लेकर एनआईए, पुलिस और अन्य एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। ड्रोन और हेलिकॉप्टर से चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है। साथ ही आतंकियों की तलाश की जा रही है। जम्मू कश्मीर से दिल्ली तक हाई अलर्ट जारी है।
बायसरन घाटी में हुए हमले में शामिल दो स्थानीय आतंकियों की पहचान कर ली गई है। दो पाकिस्तानी आतंकियों की भी पहचान हुई है। मंगलवार को आतंकियों ने करीब 20 मिनट तक एके-47 से गोलीबारी की थी। स्थानीय आतंकियों के नाम आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख बताए जा रहे हैं। मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, आदिल ठाकुर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। आदिल गुरी, बिजबेहड़ा का रहने वाला बताया जा रहा है। आशिफ शेख का जैश-ए-मोहम्मद से कनेक्शन बताया जा रहा है। आशिफ मोंघामा, मीर मोहल्ला (त्राल) का रहने वाला बताया जा रहा है। जानकारी यह भी मिली है कि हमले के कुछ आतंकियों ने बॉडी कैमरा लगाया था। हमले की पूरी घटना को आतंकियों ने रिकॉर्ड किया था।

इससे पहले, कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के शव बुधवार को श्रीनगर लाए गए, जहां अधिकारी पुलिस नियंत्रण कक्ष में पुष्पांजलि अर्पित की गई। बुधवार रात श्रीनगर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पीसीआर में एक समारोह में मृतकों के ताबूतों पर पुष्पांजलि अर्पित की।
टीआरएफ ने ली है हमले की जिम्मेदारी
हमले में करीब 20 लोग घायल हुए हैं। हालांकि सरकार ने अभी सिर्फ 16 मौतों की पुष्टि की है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियों ने देर रात कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। तीन जुलाई से शुरू होने जा रही श्रीअमरनाथ यात्रा से पहले इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। फरवरी, 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
नाकेबंदी व सघन तलाशी अभियान
सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस व सीआरपीएफ ने आतंकियों की तलाश में अभियान शुरू कर पहलगाम व आसपास के इलाकों में पूरी तरह नाकेबंदी कर दी। सभी अहम मार्गों पर वाहनों की तलाशी ली जा रही है।
आतंकियों ने कहा-तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को बता दो
मृतकों में कर्नाटक के शिवमोगा के कारोबारी मंजुनाथ राव शामिल हैं। मंजुनाथ की पत्नी ने बताया कि आतंकियों ने उनके पति को सिर में गोली मारी। मैंने उनसे कहा, मेरे पति को मार दिया, मुझे भी मार दो। इस पर आतंकी बोले- तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को बता दो। एक दिन पहले ही मंजुनाथ ने सोशल साइट पर वीडियो डालकर कहा था कि वहां घूमने में बहुत आनंद आ रहा है।
एनआईए करेगी जांच
यह अब तक नागरिकों के ऊपर सबसे बड़ा हमला है। टीआरएफ वही आतंकी गुट है जो डोडा-किश्तवाड़ क्षेत्र में सक्रिय था। इसमें स्थानीय मददगारों के भी शामिल होने का शक है। हमले की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) करेगी।
परिवार संग जम्मू-कश्मीर में थे उत्तराखंड के संयुक्त निदेशक
जौनसार बावर के फटेऊ निवासी केएस चौहान राज्य के सूचना विभाग में संयुक्त निदेशक के पद पर तैनात हैं। 19 अप्रैल को वह पत्नी सुमित्रा चौहान, पहली जौनसारी फिल्म ‘मेरे गांव की बाट’में मुख्य किरदार निभाने वाले टीवी कलाकार उनके पुत्र अभिनव चौहान व पुत्री अनन्न्या चौहान के संग घूमने के लिए जम्मू कश्मीर गए थे। पहलगाम के बैसरन में हुए आतंकी हमले के घटना स्थल से महज पांच किमी की दूरी पर जौनसार के पर्यटक परिवार संग बेताब वैली में मौजूद थे। यहां से उन्हें ट्रैक रूट से घूमने के लिए परिवार संग बैसरन वेली जाना था। मगर इस बीच वहां हमला हो गया। कुछ ही देर में चारों तरफ भारतीय सेना के मोर्चा संभालने से लोग बुरी तरह डर गए। आतंकी हमले के चलते लोग जान बचाने को बीच रास्ते से वापस होटल व सुरक्षित जगह निकल गए। मीडिया से बातचीत में संयुक्त निदेशक सूचना केएस चौहान ने बताया कि जिस वक्त पहलगाम के पास आतंकी हमला हुआ, उस समय वह परिवार के संग घटनास्थल के नजदीक बेताब वैली में मौजूद थे। आतंकी हमला दोपहर करीब सवा दो बजे हुआ और इसी दिन शाम चार बजे उन्हें भी परिवार संग ट्रैकिंग रूट से घूमने के लिए बैसरन जाना था।