स जयति सिन्धुरवदनो देवो यत्पाद पङ्कजस्मरणम् ।
वासरमणिरिव तमसां राशिन्नाशयति विघ्नानाम् ॥
1 जनवरी 2025 से ग्रह-नक्षत्र भी बदल जाएंगे। 12 राशियों के जातकों पर इसका अलग-अलग असर होगा। आने वाले वर्ष में गुरु, बृहस्पति, शनि, राहु और केतु की भी राशि बदलने वाली है। इसका प्रभाव पूरी दुनिया में सभी 12 राशि के जातकों पर अलग-अलग पड़ने वाला है। जानिए… भविष्यफल 2025

विश्व के लिए –
दुनिया में हथियारों की स्पर्धा रहेगी। प्रमुख राष्ट्रों की विदेश नीतियां कतिपय अवसरों पर प्रतिकूल रहने की संभावना है। इस्लामिक राष्ट्रों में कष्टप्रद महंगाई, कहीं पद त्यागऔर राजनीतिक हत्याओं की संभावना है। कुछ राष्ट्रों में परस्पर वैमनस्य की घटनाएं होंगी। कुछ राष्ट्रों में महामारी व्याधियां बढ़ेंगी। पूर्वोत्तर में उथल-पुथल, कहीं असंतोषनजक घटनाएं घटेंगी। कहीं-कहीं पर प्राकृतिक आपदाओं की आशंका है। 10 मार्च 2025 तक चतुर्थ ग्रह योग से विद्यमान जापान, रूस, तिब्बत में भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाएं संभव हैं।
भारत के लिए –
भारत में कुछ लोकहित कार्य होंगे। जनहित के कार्य प्रगति पर रहेंगे। दूसरे राष्ट्रों से संबंध सुधरेंगे। पशु रोग, ज्वारादि प्रकोप, जलजन्य व्याधियों की अधिकता रहेगी। उद्योग धंधों में वृद्धि, चिकित्सा क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होंगे। नए शोधों से चिकित्सा क्षेत्र सिरमौर होगा। अंतरिक्ष विज्ञान में प्रगति होगी। कर्मचारियों के असंतोष से हड़ताल-आंदोलन संभव है। किसी विशिष्ट व्यक्ति का निधन संभव है। राष्ट्र विरोधी षड्यंत्रकारी जागृत रहेंगे। वायुयान संचालन में सावधानी रखनी पड़ेगी। उत्तरी पूर्वी क्षेत्रों में कानून व्यवस्था की हानि होगी। पड़ोसी राष्ट्रों की आंतरिक व्यवस्था से भारत में चिंता बढ़ेगी। सीमा पर और ध्यान देना पड़ेगा। अंतरिक्ष व्यापार में प्रगति होगी। जनता में धार्मिक कार्यों में अभिरूचि बढ़ेगी। धार्मिक आयोजन खूब होंगे। अपराधों से जनाक्रोश संभव है। धार्मिक पर्यटन क्षेत्र में प्रगति संभव है। आर्थिक लेनदेन शेयर बाजार आदि के घटने-बढ़ने की संभावना है। स्वर्ण-चांदी अन्य धातु का बाजार चढ़ने की संभावना है। ऊर्जा क्षेत्र में सुधार होगा। किसी विशिष्ट रोग से कुछ लोग असंतुष्ट हो सकते हैं। शीत और उष्णता की अधिकता रहेगी।
मेष : चू, चै, चो, ला, ली, लू, ले, लौ, अ
वर्ष 2025 का वर्ष मेष राशि वालों के लिए चुनौतीपूर्ण और संघर्षमय रहेगा। अपनी क्षमताओं के अनुरूप कार्य करते हुए संयम, धैर्य, परिश्रम से कार्यों को आगे बढ़ाना होगा। बाधाएं आने पर भी धैर्य रखना होगा। यह सब शनि के साढ़े साती के प्रभाव से होगा। स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं अविरत रहेंगी। घरेलू समस्याओं के लेकर मानसिक तनाव व मन अशांत रहेगा। आर्थिक उतार-चढ़ाव आता रहेगा। शेयर मार्केट का कार्य इस राशि के जातकों के लिए जोखिम भरा होगा। बेहतर होगा कि इसमें पूंजी निवेश न करें। वैवाहिक जीवन में असंतोष व मनमुटाव रहेगा। भूमि संबंधी कार्यों में दिक्कत होगी। बिना योजना का कार्य अचानक होगा। वाहन चालक खास सावधानी रखें। व्यापारिक क्षेत्र में अधिक परिश्रम से लाभ होगा। गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना होगा। स्वजनों से मतभेद होगा। सरकारी कर्मचारियों में व्यस्तता रहेगी। माता-पिता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। संतान पक्ष से भी मन अशांत रहेगा। भाग्य साथ देगा तो भी लाभ कम होगा। विद्यार्थियों को मेहनत के अनुरूप सफलता नहीं मिलेगी। शांति के लिए ईष्ट पूजन व रुद्राष्टाध्यायी का पाठ कराएं, लाभ होगा।
वृष : ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो
वृष राशि के जातकों के लिए यह वर्ष मध्यम उतार-चढ़ाव वाला होगा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने की संभावना है। संतुलित खान-पान रखना होगा। कार्य प्रणाली में शिथिलता, उदासीनता रहेगी। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। संचित धन में वृद्धि होगी। आर्थिक सुधार होगा। वाहन क्रय का योग बन रहा है। पैतृक संपत्ति में विवाद संभव है। नकारात्मक विचारों को मन में स्थान न दें। भाग्य साथ देगा। माता-पिता का स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा। नवीन कार्य योजना में वृद्धि होगी। परिश्रमशील रहेंगे। महत्वकांक्षाएं बढ़ेंगी। रुके कार्य पूरे होंगे। मांगलिक कार्य संभव हैं। मां दुर्गा का नित्य पाठ करें। रुद्राभिषेक करें, लाभ होगा।
मिथुन : का, की, कु, ध, ड:, छ, वे, को, हा
कार्य क्षमता में वृद्धि होगी। परिश्रम, संयम, धैर्य से वर्ष उन्नतिकारक रहेगा। समाज में मान-सम्मान, यश, पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी। उच्च मनोकांक्षाओं के साथ मन: स्थिति सुदृढ़ रहेगी। धनागम होता रहेगा। अनावश्यक खर्चे बढ़ेंगे। सात्विक आहार विचार रखें। भूमि-मकान, धन, संपत्ति संग्रह का योग बन रहा है। संतान पक्ष की उन्नति होगी। शुभ अवसर ढूढ़ेंगे। अपनी योजना गोपनीय रखनी होगी। कारोबार-व्यवसाय में सफलता मिलेगी। मित्रों से लाभ होगा। दांपत्य जीवन सुखी रहेगा। सेवा कार्य में पूर्ण सहयोग मिलेगा। विद्यार्थियों व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए सुखद परिणाम आएंगे। आय के नए स्रोत बनेंगे। विष्णु सहस्त्रनाम का नित्य पाठ करें। रुद्राभिषेक कराएं लाभ होगा।
कर्क : ही, हू, हे, हो, ड, डू, डे, डो
कर्क राशि के जातकों के लिए यह वर्ष सुखदायी उत्साह उमंग सकारात्मक और उन्नतिकारक रहेगा। अहंकार भाव से बचें। अतिउत्साह वर्जनीय रखें। स्वास्थ्य में विशेष वात-पित्त कफ संभव है। पारिवारिक सुख शांति रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। जीवन में नए शुभ अवसर मिलेंगे। आवश्यकता अनुरूप धन प्राप्ति होगी। व्यवसाय में लाभ व नई संपत्ति खरीदने का योग बन रहा है। नौकरी वालों को अपने वरिष्ठ अधिकारियों का पूर्ण सहयोग मिलेगा। संतान पक्ष को शुभ अवसर मिलेंगे। माता-पिता का विशेष ध्यान रखना होगा। पारिवारिक जीवन सुखी रहेगा। शुभ संयोग बन रहा है। विदेश यात्रा भी संभव है। पारिवारिक जनों से स्नेहिल वातावरण बनाए रखें। हर मंगलवार को सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें। नित्य ध्यान-पूजन करें, लाभ होगा।
सिंह : मा, मी, मू, मे, मो, ट, टी, टू, टे
सिंह राशि के जातकों के लिए यह वर्ष चुनौतीपूर्ण और सफलता देने वाला होगा। कार्य के प्रति उदासीनता, आलस्य, लापरवाही पारिवारिक तनाव को बढ़ाएगा। इस वर्ष ढैया भी संचलित है। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आती रहेंगी। शीघ्रता में कार्य निर्णय न लें। बुद्धि, विवेक, धैर्य से काम लेना हितकारी होगा। स्वजनों के प्रति विरोध, अविश्वास भावना बनने की संभावना है। सरकारी कार्यों में बाधा, कार्यों का बोझ और कार्यों में विवाद भी संभव है। वाहन संचालन में सावधानी रखनी पड़ेगी। मानसिक कार्यों में बाधा आएगी। आर्थिक लेनदेन समझदारी से करें। धन बर्बाद होने की संभावना है। सरकारी कर्मचारियों को कहीं-कहीं विवाद का सामना करना पड़ सकता है। दांपत्य जीवन में परेशानी बढ़ेगी। माता-पिता की खूब सेवा करें। कार्य पर जाने व कार्य करने से पहले माता-पिता की चरण वंदना करें। सूर्य अथर्व का नित्य पाठ करें। ईष्ट पूजन व रुद्राभिषक करें अवश्य लाभ होगा।
कन्या : टो, पा, पी, पू, ष, ण, ढ, पे, पो
कन्या राशि के जातकों के लिए यह वर्ष नई कार्य योजना उमंग उत्साह से पूर्ण लाभदायक होगा। कार्य के प्रति समर्पण, लक्ष्य की ओर अग्रसर होकर कार्य करने से सभी कार्य लाभदायी होंगे। खाद्य व प्रतिकूल भोजन से परहेज रखें। उदर विकार संभव है। नई कार्य योजना विवेक, धैर्य से करना हितकारी होगा। यात्रा-भ्रमण सावधानी पूर्वक करना होगा। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। संतान पक्ष के लिए परीक्षा व प्रतियोगी परीक्षाओं में सकारात्मक स्थितियां बन सकती हैं। भाग्य की अपेक्षा कर्म क्षेत्र में विश्वास रखना होगा। व्यापार-कारोबार में सफलता मिलेगी। आर्थिक मामलों में पूंजी निवेश पर धन अनावश्यक व्यय हो सकता है। भूमि-संपत्ति खरीदने का भी योग बन रहा है। व्यवसाय में अधिक परिश्रम करके सफलता मिलेगी। सहयोगी व सहकर्मी से मनमुटाव संभव है। माता-पिता से सहयोग व सुख प्राप्त होगा। नित्य गणपति पूजन करें। नारायण पूजन व अपने ईष्ट देवों की नित्य पूजन के साथ रुद्राभिषेक करें, लाभ होगा।
तुला : रा, री, रे, रो, ता, ती, तू, ते
तुला राशि के जातकों के लिए यह वर्ष नूतन मार्ग अन्वेषण व परिवर्तनशील साबित होगा। आर्थिक स्थिति में सुधार व नए आय के अवसर प्राप्त होंगे। पारिवारिक जनों का मानसिक सहयोग प्राप्त होगा। नूतन भवन सुख साधनों में वृद्धि, मित्रों का सहयोग मिलता रहेगा। दांपत्य जीवन सुखमय स्नेहपरक रहेगा। व्यापारिक वर्ग को यदा-कदा मंदी का सामना करना पड़ सकता है। अचानक धन लाभ की संभावना है। धार्मिक अभिरूचि में व्यय होगा। वाहन, भूमि क्रय की योजनाएं सफल होंगी। माता-पिता के स्वास्थ्य में सुधार होगा। संतान पक्ष को कष्ट हो सकता है। पारिवारिक कलह से दांपत्य जीवन में मनमुटाव संभव है। व्यर्थ विवाद में समय नष्ट न करें। सरकारी कर्मचारियों का स्थानांतरण संभव है। परस्पर अनुराग में भावनाओं का सम्मान करें। दूरी से विश्वास की अवधारणा बलवती होगी। विशेष कार्य में ईष्ट देवों की नित्य पूजन करें व शिव आराधना करें, लाभ होगा।
वृश्चिक : तो, न, नी, नू, ने, नौ, या, ई, यू
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह वर्ष अधिकांश सुखदायी व सकारात्मक रहेगा। महत्वाकांक्षी व्यक्तित्व से अधिक परिश्रम से यदा कदा तनाव भी रहेगा। परस्पर उलझन व तनाव से बचना पड़ेगा। आत्मबंधुओं का साथ मिलेगा। शत्रु पक्ष से सचेत रहें। आपके विरुद्ध कार्य षड़यंत्र संभव है। विवेक धैर्य से हर कार्य योजना बनाएं, लाभ होगा। स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं रहेंगी। कार्य कष्ट अन्य रोगों की संभावना है, सावधानी रखें। ईष्ट मित्रों के सहयोग से संपत्ति क्रय-विक्रय में लाभ होगा। आर्थिक कारोबार में सुधार होगा। कृषक बंधुओं को कृषि कार्य में लाभ होगा। नौकरी-व्यवसाय में उन्नति व पदोन्नति संभव है। घरेलू समस्याओं का समाधान होगा। दांपत्य जीवन में सुख सौहार्द्र स्नेह अनुराग रहेगा। विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष आशावान साबित होगा। पूंजी निवेश में सजगता रखें। धार्मिक रुचि व यात्रा का योग बन रहा है। यथा समय सुंदरकांड का पाठ करें। नित्य अपने ईष्ट देव का ध्यान पूजन करें। पक्षियों को दाना डालें। शिव आराधना करें, लाभ होगा।
धनु : ये, यो, भ, भी, भू, वे, ध, फ, ढ
धनु राशि के जातकों के लिए यह वर्ष चुनौतीपूर्ण रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। तनिक भी लापरवाही न करें। इस वर्ष शनि की ढैया भी चलेगी। वर्ष में वक्रीय होने पर 13-7-25 से वर्ष 2028 तक उतार चढ़ाव की स्थिति रहेगी। योजना व कार्यों में यदा कदा व्यवधान आता रहेगा। नवीन कार्य योजना सावधानी से करें सफलता मिलेगी। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। आय की अपेक्षा व्यय अधिक रहेगा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होगी। संपत्ति क्रय विक्रय में सावधानी बरतें। नुकसान की संभावना है। शीघ्रता से काई निर्णय न लें। अनावश्यक खर्च बढ़ने से तनाव हो सकता है। व्यापारिक क्षेत्र में उतार-चढ़ाव रहेगा। अधिक परिश्रम व भागदौड़ संभव है। वाहन चलाने में सावधानी रखें। चोरी आदि का नुकसान संभव है। संतान सुख प्राप्त होगा। माता-पिता के स्वास्थ्य में सुधार होगा। घर से बाहर जाने पर माता-पिता के चरण वंदन करें। दांपत्य जीवन में सामंजस्य रखें। समयानुसार सुंदरकांड का पाठ करें। रुद्राभिषेक कराएं। शिव मंदिर में पूजा सामग्री दें। इष्टदेव का पूजन करें, लाभ होगा।
मकर : जो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी
मकर राशि के जातकों को यह वर्ष उतार-चढ़ाव पूर्ण परिश्रम से परिपूर्णता व लक्ष्य प्राप्ति पूर्ण रहेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। व्यवसाय में नए स्रोतों का सृजन होगा। वर्ष के पूर्वार्द्ध तक शनि की साढ़े साती का प्रभाव रहेगा। जिससे मानसिक तनाव रहेगा। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव रहेगा। पैसे के लेनदेन में सावधानी रखें। संतान पक्ष को कष्ट व माता-पिता के स्वास्थ्य में गिरावट संभव है। नए उत्तरदायित्वों को अपनी सृजन क्षमता से निर्वाह करेंगे। यदा कदा कार्य में व्यवधान आएंगे। व्यवसाय में उदासीनता संभव है। यात्रा का योग संभव है। कहीं-कहीं पर सामाजिक प्रतिष्ठा विपरीत हो सकती है। आलस्य, प्रमाद, लापरवाही किसी भी कार्य में न करें, नुकसान हो सकता है। गलत धारणा, गलत संगत से दूर रहें। व्यसन को पूर्ण त्याग दें। पूर्ण लाभ होगा। सोमवार व शनिवार को शिव मंदिर में पूजन अर्चन करें। मंदिर में पूजन सामग्री दें। ईष्ट देवों की पूजा करें। लाभ होगा। गायत्री मंत्र का जाप करें।
कुंभ : गु, गे, गी, सा, सी, सू, से, सो, द
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह वर्ष मध्यम फलदायक है। नए कार्यों के प्रति जिज्ञासा बढ़ेगी। अनेक उतार-चढ़ाव आएंगे। कार्य व्यवसाय के प्रति सजग रहें। अन्यथा आर्थिक नुकसान संभव है। शनि की साढ़े साती का प्रभाव बना रहेगा। कार्यों में उलझन आती रहेगी। शनि के राशि स्वामी होने से साढ़े साती का ज्यादा प्रभावी नहीं रहेगी। कार्य व्यवसाय में अधिक प्रयास परिश्रम करना पड़ेगा। नई भूमि का क्रय विक्रय व घर मकान के निर्माण की योजना बन सकती है। स्वास्थ्य संबंधी चिंता बढ़ सकती है। मानसिक तनाव व परस्पर वाद-विवाद से बचने का प्रयास करें अन्यथा हानि संभव है। अनावश्यक यात्रा संभव है। पूंजी निवेश संयमित रूप से करें। आत्म चिंतन व आत्म विचारों का खुलासा न करें। आजीविका के क्षेत्र में आलस्य, प्रमाद, उपेक्षा न करें। नौकरी व्यवसाय वाले अपने सहकर्मियों व अधिकारियों से सद् व्यवहार रखें, हितकारी होगा। दांपत्य जीवन में विवाद संभव है। परस्पर विश्वास, श्रद्धा बनाए रखें। शांति के लिए शनिदान करें। मंदिर की पीपल वृक्ष की पूजा करें। रुद्राभिषेक कराएं। कुलदेवी की पूजा करें। सुंदरकांड का पाठ करें। रामजी का पाठ करें, लाभ होगा।
मीन : द, दी, ध, झ, ञ, दे, दो, चा, ची
मीन राशि के जातकों के लिए यह वर्ष बहुत चुनौतीपूर्ण मध्यम फलदायक है। वर्ष भर सक्रिय होकर कार्ययोजना बनाएं। शनि की साढ़े साती का प्रभाव अति उग्र रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। व्यावसायिक कार्यों में उतार चढ़ाव की समस्या आ सकती है। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। साढ़ साती के कारण परिवार में उलझन रहेगी। शांति, धैर्य से काम करें। शत्रुओं से सजग रहें। मित्रों से धोखा संभव है। बंधु-बांधुओं से मनमुटाव संभव है। व्यर्थ विवाद से बचें। अन्यथा परेशानी हो सकती है। स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बनी रहेंगी। माता-पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। बीच-बीच में कार्य सिद्धि होती रहेगी। कर्ज के लेनदेन में सावधानी रखें। व्यापारिक प्रतिष्ठान में आर्थिक जोखिम न उठाएं। नए वाहनों के क्रय विक्रय का योग है। आर्थिक कठिनाई संभव है। अधिक परिश्रम करना पड़ेगा। भूमि क्रय विक्रय व भवन निर्माण संभव हो सकता है। नौकरी व्यवसाय में स्थानांतरण संभव है। दांपत्य जीवन में तालमेल आवश्यक है। नूतन कार्य के स्रोत बनने संभव हैं। शनि की साढ़े साती से विद्रोह की परस्पर बैर की संभावना है। किंतु धैर्य संयमशीलता बनाएं रखें। सभी कामनाएं ईश्वर पूर्ण करेंगे। विशेष साढ़े साती के प्रभाव को कम करने के लिए सुंदर कांड, हनुमान चालीसा का नित्य पाठ करें। शिव आराधना करें। शनि दान करें। रुद्राभिषेक कराएं। ईष्ट देवी पूजन करें। नित्य सूर्यार्ध करें। गायत्री जाप करें। शिव मंदिर में पूजन सामग्री दान करें, शुभ होगा।
(लेखक संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी से आचार्य और शिक्षा शास्त्री (बीएड) की डिग्री के बाद के बाद उत्तराखंड में संस्कृत के लेक्चरर रहे।)