एक मई से वित्तीय क्षेत्र में कई बदलाव हो रहे हैं। New Rules of the New Month का असर सीधे आपकी जेब पर पड़ने वाला है। इस महीने से कुछ बैंकों ने बचत खातों पर लगने वाले चार्ज को बढ़ा दिया है। साथ ही कुछ बैंकों ने क्रेडिट कार्ड पर यूटिलिटी भुगतान पर सरचार्ज लगाएंगे। आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण बदलावों पर जिनका असर सीधे हमारे जेब पर पड़ने वाला है।
एलपीजी और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव
देश की पेट्रोलियम कंपनियां हर महीने पेट्रोल-डीजल और एलपीजी के कमर्शियल व घरेलू सिलेंडरों की कीमतों की समीक्षा करती हैं। यहां लोगों को राहत मिली है। सरकार ने एक मई की सुबह ही कॉमर्शियल सिलेंडरों के दामों में 19 रुपये की कटौती की है। अपने देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। माना जा रहा है कि इस वजह से लोगों को इस मोर्चे पर राहत मिली है।
म्युचुअल फंड में बदलाव
म्युचुअल फंड में निवेश करने वालों के लिए बड़ा बदलाव हुआ है। 30 अप्रैल 2024 के बाद अगर आपके म्युचुअल आवेदन पर लिखा नाम आपके पैन कार्ड पर लिखे नाम के समान नहीं हुआ तो आवेदन रद्द हो जाएगा। क्योंकि केवाईसी नियमों में बदलाव किया गया है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के अनिवार्य केवाईसी नियम के मुताबिक- नाम एक समान होना चाहिए। हालांकि, राहत की बात यह है कि नया नियम नए निवेशकों के लिए है, न कि मौजूदा निवेशकों के लिए।
एक मई से बदलेंगे कई नियम
आईसीआईसीआई बैंक के बदले नियम
आईसीआईसीआई बैंक 1 मई से बचत खाते की सेवाओं पर लगने वाले शुल्क में बदलाव कर रहा है। इसमें डेबिट कार्ड पर लगने वाले 200 रुपये तक की सालाना फीस भी शामिल है। ग्रामीण इलाकों के लिए यह शुल्क 99 रुपये प्रति वर्ष है। एक वर्ष में 25 चेक तक के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। इससे अधिक के लिए बैंक 4 रुपये प्रति चेक का शुल्क वसूल करेगा।
आईसीआईसीआई बैंक आउटवर्ड इमीडिएट पेमेंट सर्विस (आईएमपीएस) लेनदेन के लिए 2.5 रुपये से 15 रुपये प्रति लेनदेन के हिसाब से शुल्क लेगा। डिमांड ड्राफ्ट या पे ऑर्डर को रद्द करने, डुप्लिकेट या रिवैलिडेशन के लिए बैंक 100 रुपये का शुल्क लेगा। हस्ताक्षर सत्यापन के लिए 100 रुपये और किसी चेक का भुगतान को रोकने के लिए 100 रुपये शुल्क लेगा। हालांकि, कस्टमर केयर आईवीआर और नेट बैंकिंग के माध्यम से यह सुविधा मुफ्त में मिलेगी। ईसीएस/एनएसीएच डेबिट रिटर्न पर 500 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा।
यस बैंक ने भी बदले नियम
यस बैंक ने बचत खातों में अनिवार्य औसत मासिक शेष (एएमबी) से कम होने की स्थिति में अधिकतम शुल्क बढ़ा दिया है। अब बैंक 250 रुपये से 1,000 रुपये के बीच चार्ज करेगा। पहले यह शुल्क 250 से 750 रुपये के बीच था। पर्याप्त धनराशि न होने के कारण ईसीएस (इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सर्विस) वापसी की स्थिति में 500 रुपये का पेनाल्टी लगेगी। दूसरी बार रिटर्न होने पर 550 रुपये शुल्क देना होगा।
एचडीएफसी बैंक में वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े नियमों में बदलाव
एचडीएफसी बैंक के वरिष्ठ नागरिकों के सावधि जमा खातों में निवेश की आखिरी तारीख 2 मई 2024 है। वरिष्ठ नागरिकों के खातों में सामान्य एफडी खातों की तुलना में 0.75% अधिक ब्याज दिया जाता है। यह ऑफर 60 वर्ष या उससे से अधिक के वरिष्ठ नागरिकों के लिए है।
क्रेडिट कार्ड से यूटीलिटी पेंमेंट पर लगेगा चार्ज
यस बैंक और आईडीएफसी बैंक ने एक मई से क्रेडिट कार्ड के जरिए यूटिलिटी भुगतान पर सरचार्ज लगाएगा। टेलीफोन बिल, बिजली बिल, गैस का बिल, पानी का बिल, इंटरनेट सेवाएं का भुगतान और केबल सेवा से जुड़े भुगतान यूटिलिटी के अंतर्गत आते हैं।
यूटिलिटी सेवाओं का भुगतान 15000 रुपये से अधिक है तो यस बैंक उस पर 1 प्रतिशत सरचार्ज के अलावा जीएसटी भी वसूलेगा। आईडीएफसी बैंक ने 20,000 रुपये से अधिक के यूटिलिटी भुगतान पर 1 रुपये सरचार्ज के साथ जीएसटी चार्ज करने की बात कही है।