Mahakumbh में पुण्य की डुबकी से कोई छूट न जाए, सभी की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए योगी सरकार ने प्रदेश की जेल में बंद कैदियों के लिए भी बड़ी पहल की है। प्रदेश की जेलों में बंद हजारों कैदियों को भी इसका अवसर मिला। दरअसल, संगम से गंगा जल प्रदेश की सभी जेलों में पहुंचाया गया है। वहां पर एक कुंड बनाकर उसमें डाल दिया गया है। बंदी उसी कुंड के जल से स्नान किए। बताया जा रहा है कि इस दौरान हर-हर महादेव, गंगा मैया की जय से प्रदेश भर की जेलें गूंज उठी।
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प्रदेश की सभी 62 जेलों के कैदियों ने त्रिवेणी के पुण्य जल से स्नान किया है। इसके लिए जेल के अंदर ही बड़े-बड़े हौज बनाए गए, जिसमें त्रिवेणी से लाया गया पवित्र जल मिलाया गया। इसी जल से स्नान कर जेल में बंद कैदी भी पुण्य के भागीदारी बने हैं। प्रयागराज की सेंट्रल नैनी जेल में भी इसके लिए भव्य व्यवस्था की गई। नैनी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल बताते हैं कि नैनी जेल में इस समय 1700 से कैदी है इन्हें 1400 से अधिक कैदियों को त्रिवेणी के पावन जल से स्नान का अवसर मिला है। शासन के निर्देश पर त्रिवेणी से एक कलश में वहां का पावन जल लाया गया। जेल के अंदर विधि विधान से उसका पूजन किया गया और फिर इसी जल को जेल के अंदर बनाए गए कुंड में डाल दिया गया। इसी जल से जेल के कैदियों ने पुण्य स्नान किया है।
जिला जेल के बंदियों को भी मिला पुण्य अवसर
प्रयागराज की सेंट्रल नैनी जेल के अलावा जिले की जिला जेल के बंदियों को भी अमृत काल में संगम के पुण्य जल से स्नान का पुण्य लाभ अर्जित करने का अवसर मिला। प्रयागराज जिला जेल की वरिष्ठ अधीक्षक अमिता दुबे बताती हैं कि जेल में वर्तमान में 1300 से अधिक बंदी हैं। इनमें 1000 से अधिक बंदियों को महाकुम्भ के जल से पुण्य स्नान के लिए व्यवस्था की गई। संगम से लाए गए पवित्र जल को विधि विधान से पूजा अर्चना करने के बाद उसी जल से कैदियों ने पुण्य स्नान किया है।
भाव विभोर हुए कैदी, जेल में हुआ हर हर गंगे का हुआ उद्घोष
जेल में बंद इन कैदियों ने संभवतः कभी सोचा भी न होगा कि सलाखों के अंदर रहते हुए भी उन्हें 144 साल के इस दुर्लभ संयोग में त्रिवेणी के पावन जल में स्नान का अवसर मिल पाएगा। लेकिन प्रदेश की योगी सरकार ने कैदियों के लिए इसकी व्यवस्था कर दी। इन कैदियों की त्रिवेणी में ले जाकर स्नान कराने की कानूनी और सुरक्षा की समस्याओं को देखते हुए जेल के अंदर ही इनके त्रिवेणी के पावन जल से स्नान की व्यवस्था की गई। जैसे ही त्रिवेणी से मंगवाए गए जल से इन कैदियों ने पुण्य स्नान किया कैदियों के हर हर गंगे के उद्घोष से पूरा जेल परिसर गूंज गया। उत्तर प्रदेश की जेलों में वर्तमान में लगभग 90 हजार बंदी निरुद्ध हैं।