Kedarnath By-election: कांग्रेस के उम्मीदवार के ऐलान के कुछ घंटे बाद भाजपा ने भी केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक आशा नौटियाल पर भरोसा जताया है। यह सीट पार्टी की विधायक शैला रानी रावत के निधन से खाली हुई थी। इसके बाद से कई लोग इस सीट पर अपनी दावेदारी जता रहे थे। स्व. शैला रानी की बेटी ऐश्वर्या भी इस सीट के लिए जोर आजमाइश कर रही थी लेकिन परिवार के सदस्य को सीट देने के बजाय भाजपा ने आशा नौटियाल को तरजीह दी।
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केदारनाथ को बहुत प्रतिष्ठित सीट माना जाता है। बदरीनाथ विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा के लिए इस सीट का महत्व काफी है। ऐसे में पार्टी किसी भी तरह के जोखिम और राजनीतिक अपरिपक्वता से बचना चाहती थी। भाजपा की ओर से इस सीट पर कुलदीप रावत, कर्नल अजय कोठियाल (रिटा.) दावेदार थे। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या कुलदीप कोई बागी तेवर दिखाते हैं, जैसा कि माना जा रहा था कि अगर भाजपा टिकट नहीं देती तो कुलदीप विकल्प तलाश करते हैं।
केदारनाथ सीट पर मुखर दावेदारी कर रही ऐश्वर्या रावत के भी अगले कदम का इंतजार रहेगा। कुल मिलाकर केदारनाथ सीट पर कांग्रेस के मनोज रावत और अनुभवी आशा नौटियाल के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।
शैला रानी रावत के धर्मपुत्र जयदीप बर्त्वाल ने भी इस सीट से टिकट की दावेदारी की थी। जयदीप का कहना था कि भाजपा की परंपरा के अनुसार उपचुनावों में परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता दी जाती है, इसी परंपरा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपनी दावेदारी पेश की। वहीं केदारनाथ सीट से दो बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव हार चुके कुलदीप सिंह रावत के तेवरों से भी भाजपा में बेचैनी थी। लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए कुलदीप को समझाने-बुझाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि वह यह भी लगातार कहते रहे हैं कि वह अपने कार्यकर्ताओं के कहे अनुसार भी अंतिम फैसला लेंगे।