ये दुनिया वाले पूछेंगे, मुलाक़ात हुई, क्या बात हुई
ये बात किसी से न कहना, ये दुनिया वाले पूछेंगे…
देव आनंद, आशा पारेख के अभिनय वाली ‘महल’ फिल्म के इस गीत के बोल इन दिनों उत्तराखंड के सियासी सूरतेहाल पर सटीक बैठते हैं। इन दिनों उत्तराखंड के नेताओं का मेल-मुलाक़ातों का दौर चल रहा है। हर मुलाक़ात के सियासी मायने तलाशने की कोशिश और अपने-अपने हिसाब से इन मुलाक़ातों की तफ़्सीर। सियासत समीकरणों पर नज़र रखने वाले सहाफ़ी जब तक एक की गणित समझते हैं, दूसरी मुलाक़ात हो जाती है।
इस कड़ी में ताजा चर्चा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से हुई मुलाक़ात की हो रही है। उन्होंने पीएम मोदी से शिष्टाचार भेंट की और उन्हें अपनी बड़ी बेटी कृति की मुहिम ‘हिमालयन थ्रेड्स’ के तहत श्री बदरी-केदार थीम पर बना मफलर और पिरुल से बनी सामग्री भेंट की। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ‘एक्स’ पर बताया कि पीएम मोदी से उत्तराखंड की संस्कृति और सरोकारों पर बहुत अच्छी चर्चा हुई। पिरूल के ऐसे सुंदर इस्तेमाल पर बहुत प्रसन्नता व्यक्त की।
त्रिवेंद्र सिंह की PM Modi से मुलाक़ात की तस्वीरें क्या सामने आईं, पिछले कई दिनों से चल रही चर्चाओं को नई हवा मिल गई। दरअसल, तस्वीरों में दोनों नेताओं के बीच दिखी केमेस्ट्री को अलग तरीके से देखा जा रहा है। राज्य के कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत की पीएम मोदी से मुलाकात के बाद से ही दिल्ली में होने वाली हर मुलाक़ात के सियासी मायने तलाशे जा रहे हैं। धन सिंह की PM Modi से मुलाकात के बाद पार्लियामेंट में त्रिवेंद्र सिंह रावत और अनिल बलूनी से मुलाकात की फोटो ने इन चर्चाओं को जोर दिया। नतीजा यह हुआ कि देहरादून आते ही उन्हें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के यहां भोज का बुलावा आ गया। हालांकि इस दौरान जो तस्वीर आई, उसके कई दूसरे मतलब निकाले जाने लगे।
इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व गढ़वाल सांसद की भी पीएम मोदी से मुलाकात हुई। अब चर्चा है कि डा. रमेश पोखरियाल निशंक पीएम मोदी से मिलने वाले हैं।
ये तस्वीरों कुछ कहती हैं?
दिल्ली में लोकसभा सत्र चल रहा है, इस बीच समय मिलने पर अनिल बलूनी, त्रिवेंद्र सिंह रावत, अजय भट्ट और प्रह्लाद जोशी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिले। इसके बाद कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी अमित शाह से मिल आए। उनके पीछे-पीछे गणेश जोशी भी दिल्ली पहुंचे गए।
इधर, देहरादून में सीएम पुष्कर सिंह धामी भी भाजपा विधायकों से मिल रहे हैं। उन्होंने हाल के दिनों में रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, राजपुर रोड विधायक खजान दास, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, विधायक एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और बिशल सिंह चुफाल से मुलाकात की है।
उत्तराखंड में दो विधानसभा चुनावों (मंगलौर और बदरीनाथ) में सत्ताधारी भाजपा को मिली हार के बाद मुलाक़ातों के सिलसिले में आई तेजी ने सबका ध्यान जरूर खींचा है। अब ये मुलाक़ातें महज शिष्टाचार भेंट हैं या इनमें दिल्ली की ओर से भविष्य का कोई इशारा छिपा है, ये देखना दिलचस्प होगा।