Lok Sabha Elections Result कई मायनों में खास रहे। कोई हारकर भी हीरो बन गया तो कोई ऊंची साख के बाद भी फर्श पर गिर पड़ा। यहां बात हो रही है टिहरी गढ़वाल के निर्दलीय प्रत्याशी बॉबी पंवार और हरिद्वार सीट से लोकसभा पहुंचने का ख्वाब देखने वाले खानपुर विधायक उमेश कुमार की। इस बार चुनाव में उत्तराखंड में कुल 55 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। इनमें से बॉबी पंवार ही एकमात्र निर्दलीय प्रत्याशी रहे जिन्होंने न अपनी सिर्फ अपनी जमानत बचाई बल्कि एक लाख 62 हजार से ज्यादा वोट पाए। वहीं, अपने को रॉबिनहुड की तरह पेश करने वाले खानपुर विधायक उमेश कुमार अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए। टिहरी लोकसभा सीट पर बॉबी पंवार तीसरे स्थान पर रहे। लेकिन उन्हें दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के जोत सिंह से महज 12 हजार कम वोट पाए। सियासी पंडित उन्हें भविष्य का लीडर बता रहे हैं। उनके साथ युवाओं का एक बड़ा वर्ग है। उनकी सक्रियता का आलम यह है कि वह हारने के बाद भी अपने क्षेत्र में लोगों से मिलने पहुंच गए। बताया जाता है कि उनके पास चुनाव लड़ने के पैसे भी नहीं थे। वह चंदा लेकर चुनाव लड़े हैं। इसके बाद भी उनका प्रदर्शन काफी जोरदार रहा। इसकी गूंज सियासी गलियारों में खूब सुनाई पड़ रही है।
Lok Sabha Election Result: Well Done बॉबी पंवार, क्या खूब लड़े!
उमेश कुमार के सारे दावे फेल
स्टिंग करने के लिए मशहूर खानपुर विधायक उमेश कुमार को गुमान था कि उन्हें जनता इस बार जरूर लोकसभा पहुंचाएगी। मगर, वह टक्कर देना तो दूर अपनी जमानत जब्त करा बैठे। हरिद्वार सीट जीतने वाले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से वह 562620 लाख वोटों से हार गए। उमेश को महज 91188 हजार वोट मिले। वह तीसरे नंबर पर रहे।

खानपुर विधायक का लगातार गिरता ग्राफ
उमेश ने 2022 के विधानसभा चुनाव में 38,767 (34.18 प्रतिशत वोट शेयर) के साथ बसपा के रविंद्र पनियाला को मात दी थी। इसके बाद ही वह लोकसभा में बैठने के ख्वाब देखने लगे। राजनीति के जानकारों का कहना है कि उमेश कुमार की छवि क्षेत्र में ठीक नहीं है। स्थानीय लोग उनपर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं। खानपुर व आसपास की कुछ विधानसभा में उमेश को वोट मिले, लेकिन हरिद्वार लोकसभा की सभी 14 विधानसभाओं में ओवरऑल वह फिसड्डी साबित हुए।
खानपुर के लोगों ने कहा था कि वोट देकर गलती कर दी
चुनाव कवरेज के दौरान तीरंदाज लाइव की टीम ने खानपुर विधानसभा का दौरा किया था। उस दौरान कई इलाकों के लोगों की विधायक से नाराजगी साफ नजर आई थी। लोगों का कहना था कि जिस उम्मीद के साथ उनको विधानसभा भेजा गया वह पूरी नहीं हुई। उस दौरान खानपुर विधानसभा की महिलाओं ने कहा था कि 2022 के विधानसभा चुनाव में हम लोगों ने उमेश कुमार को वोट देकर गलती कर दी है। उन्होंने कोई काम नहीं किया। इसके अलावा तमाम लोगों की भी विधायक के प्रति खासी नाराजगी दिखी थी। इसके बावजूद उमेश कुमार नहीं चेते। लोगों को नाराजगी दूर करने का प्रयास नहीं किया। इसी का परिणाम है कि उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। कई लोगों ने तो यहां तक कहा था कि अब वो विधायक को देखना भी नहीं चाहते हैं।
अपनी विधानसभा में तीसरे स्थान पर रहे
सबसे बड़ी बात यह है कि वह अपनी विधानसभा खानपुर में ही तीसरे स्थान पर रहे। उनसे आगे भाजपा और कांग्रेस रही। इससे पता चलता है कि स्थानीय लोगों का आक्रोश चरम पर है।

बॉबी ने चकराता विधानसभा सीट पर भाजपा-कांग्रेस का पछाड़ा
इस चुनाव में बॉबी ने टिहरी लोकसभा के तहत आने वाली चकराता विधानसभा का तिलिस्म भी तोड़ दिया है। इस विधानसभा में बॉबी पंवार को करीब 27 हजार वोटर्स ने पहली पसंद के तौर पर चुनाव। यहां भाजपा को 13 हजार और कांग्रेस को मात्र 11 हजार वोट मिले। इस चुनाव ने बॉबी को राज्य के संभावनाशील युवा नेता के तौर पर स्थापित कर दिया है। अपनी सक्रियता का परिचय वह चुनाव खत्म होने के तुरंत बाद उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों का दौरा कर दे चुके हैं। 2027 के विधानसभा चुनाव में निश्चित तौर पर वह एक बड़ा चेहरा होंगे और ये राज्य जिस विकल्प वाली राजनीति की राह देख रहा है, बॉबी उस राह पर खड़े नजर आते हैं।