Earthquake In Dehradun : उत्तराखंड की राजधानी में रविवार रात करीब दस बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए।
रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र भी देहरादून में जमीन के पांच किलोमीटर नीचे था। अब प्रशासन आगामी तीन तक इस पर गहन निगरानी रखेगा।
बताया जा रहा है कि राजधानी के कुछेक इलाकों में ये भूकंप के झटके महसूस हुए थे। चूंकि, तीव्रता कम थी इसलिए कहीं नुकसान की सूचना नहीं है। जिला आपदा कंट्रोल रूम को भी इसकी जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी से मिली। इसके बाद जिला आपदा कंट्रोल रूम सक्रिय हो गया। सभी तहसीलों को फोन किया गया। कहीं से कोई नुकसान की सूचना नहीं मिली। इसकी बाद राहत की सांस ली गई। बताया जा रहा है कि हल्का झटका आने के बाद बड़े झटके भी आ सकते हैं। इसलिए संबंधित तंत्रों को अलर्ट कर दिया गया है।
उत्तराखंड जोन पांच में है
उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से संवेदनशील राज्य है और यहां विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत होती है। उत्तराखंड भूकंप के अंति संवेदनशील जोन पांच में आता है। जोन पांच में रुद्रप्रयाग जिले के अधिकांश भाग के जिले आते हैं। ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी साथ बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी व अल्मोड़ा जोन चार में हैं। देहरादून व व टिहरी जिले के कुछ क्षेत्र चार में और कुछ क्षेत्र अति संवेदनशील जोन पांच में आते हैं।
क्यों आते हैं भूकंप
हिमालयी क्षेत्र में इंडो-यूरेशियन प्लेट की टकराहट के चलते जमीन के भीतर से ऊर्जा बाहर निकलती रहती है। इस कारण भूकंप आते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो अति संवेदनशील जोन पांच में भूगर्भ में तनाव की स्थिति लगातार बनी है। पिछले रिकॉर्ड के मुताबिक अति संवेदनशील जिलों में ही सबसे अधिक भूकंप रिकॉर्ड किए गए है।