Close Menu
तीरंदाज़तीरंदाज़
    अतुल्य उत्तराखंड


    सभी पत्रिका पढ़ें »

    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Pinterest Dribbble Tumblr LinkedIn WhatsApp Reddit Telegram Snapchat RSS
    अराउंड उत्तराखंड
    • मालेगांव विस्फोट मामले में पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा समेत सभी आरोपी किए गए बरी
    • टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स में अग्निवीरों की होगी सीधी तैनाती
    • Uttarakhand के धार्मिक स्थलों में धारण क्षमता के अनुरूप ही दिया जाएगा प्रवेश
    • Uttarakhand में और सख्त होगा धर्मांतरण कानून
    • Mann ki Baat… पांच साल में 200 से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप्स : पीएम मोदी
    • मनसा देवी मंदिर में भगदड़ में छह श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल
    • त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार में हैलीपोर्ट के बारे में सीएम धामी से मांगी जानकारी
    • उत्तराखंड में सुदृढ़ और सुरक्षित सड़क नेटवर्क के लिए केंद्र सरकार का प्रयास सराहनीय: Trivendra Singh Rawat
    • वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए धामी सरकार ने कसी कमर
    • ‘जानलेवा सिस्टम’, दम तोड़ती उम्मीद और टूट चुका भाई
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube WhatsApp Telegram LinkedIn
    Thursday, July 31
    तीरंदाज़तीरंदाज़
    • होम
    • स्पेशल
    • PURE पॉलिटिक्स
    • बातों-बातों में
    • दुनिया भर की
    • ओपिनियन
    • तीरंदाज LIVE
    तीरंदाज़तीरंदाज़
    Home»कवर स्टोरी»Dengue Vaccine : बुखार से साढ़े चार साल तक बचाएगा टाक-003, WHO ने दी मान्यता
    कवर स्टोरी

    Dengue Vaccine : बुखार से साढ़े चार साल तक बचाएगा टाक-003, WHO ने दी मान्यता

    उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2023 में 1588 लोग डेंगू की चपेट में आए थे। 14 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, वर्ष 2022 में 2337 लोग इस बीमारी की चपेट में आए थे और 22 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।
    teerandajBy teerandajMay 18, 2024Updated:May 18, 2024No Comments
    Share now Facebook Twitter WhatsApp Pinterest Telegram LinkedIn
    dengue vaccine
    dengue vaccine : डेंगू के बुखार से राहत मिलने की बंधी उम्मीद
    Share now
    Facebook Twitter WhatsApp Pinterest Telegram LinkedIn

    WHO ने डेंगू की रोकथाम के लिए बनाई गई dengue vaccine टाक-003 को मान्यता दे दी है। यह टीका जापान की दवा बनाने वाली कंपनी टकेडा ने हैदराबाद स्थित भारतीय दवा निर्माता कंपनी बायोलॉजिकल ई के सहयोग से तैयार किया है। कंपनी का दावा है कि इसमें डेंगू का कारण बनने वाले वायरस के चार सीरोटाइप के संस्करणों को कमजोर करने की ताकत है। कंपनी की ओर से यह भी दावा किया गया है कि टीका 54 महीनों तक डेंगू बुखार से सुरक्षा करेगा। टीके की दो खुराक होगी। दोनों के बीच तीन महीनों का अंतराल रखना होगा।

    विश्व में हर वर्ष डेंगू की चपेट में 10 से 40 करोड़ लोग आते है
    डेंगू का प्रकोप पूरे विश्व भर में है। WHO के मुताबिक हर साल 10 से 40 करोड़ से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आते हैं। डेंगू प्रभावित देशों में 3.8 अरब लोग रहते हैं। इनमें अधिकांश एशिया, अफ्रीका और अमेरिका में निवास करते हैं। हालांकि, डेंगू का प्रकोप एक वर्ष के अंतराल के बाद ज्यादा दिखाई देता है। 2023 के बात करें तो दुनिया भर में करीब 45 लाख मामले आए थे। 2300 से अधिक लोगों ने जान गंवाई थी। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और शहरीकरण के कारण भौगोलिक रूप से डेंगू के मामलों में वृद्धि और विस्तार होने की आशंका है।

    टाक-003 दूसरा टीका

    टाक-003 WHO से अनुमति पाने वाला डेंगू का दूसरा टीका है। पूर्व में सनोफी पाश्चर द्वारा विकसित सीवाईडी-टीडीवी वैक्सीन को भी मान्यता मिल चुकी है। डब्ल्यूएचओ द्वारा मान्यता मिलने के बाद अब इस टीके को यूनिसेफ और पीएएचओ सहित संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों से खरीदा जा सकता है।

    Covishield Vaccine से जम सकते हैं खून के थक्के, कोरोना की दवा बनाने वाली एस्ट्राजेनेका का सनसनीखेज खुलासा

    6 से 16 साल के बच्चों में किया जाएगा इस्तेमाल

    डब्ल्यूएचओ ने सुझाव दिया है कि जिस इलाके में डेंगू का प्रकोप ज्यादा है वहां इस टीके को छह से 16 वर्ष की आयु के बच्चों में इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से डब्ल्यूएचओ के विनियमन और प्रीक्वालिफिकेशन निदेशक डॉ रोजेरियो गैस्पर ने कहा है कि यह टीका दुनिया भर में राहत पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि इसके नतीजों का अध्ययन करने के बाद इस्तेमाल की दिशा में नया दिशा निर्देश जारी किया जाएगा।

    dengue vaccine
    dengue vaccine : डेंगू के बुखार से राहत मिलने की बंधी उम्मीद

    सलाना पांच करोड़ डोज उत्पादन का लक्ष्य
    टीके बनाने वाली कंपनियों के मुताबिक, बायोलॉजिकल ई उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर सालाना पांच करोड़ खुराक तक पहुंचाएगी। प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से उन्होंने कहा कि इससे एक दशक के भीतर सालाना 10 करोड़ खुराक बनाने के टाकेडा के प्रयासों में भी तेजी आएगी।

    Covid Vaccine Side Effects: डरें नहीं, अगर कोई साइड इफेक्ट होता तो देश में कई केस सामने आ चुके होते!

    भारत में हर साल कहर बरपाता है डेंगू
    भारत में भी सालभर डेंगू का खतरा बना रहता है। आम तौर पर जून से सितंबर तक पीक सीजन में हजारों लोग डेंगू की चपेट में आ जाते हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 18 दिसंबर, 2023 तक भारत में 1 लाख 46 हजार 878 लोग डेंगू के शिकार हुए। एशिया, अफ्रीका और अमरीका सर्वाधिक प्रभावित देशों में शामिल हैं।

    उत्तराखंड: 2023 में 1588 लोग आए चपेट में
    उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2023 में 1588 लोग डेंगू की चपेट में आए थे। 14 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, वर्ष 2022 में 2337 लोग इस बीमारी की चपेट में आए थे और 22 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। यह आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग है, बताया जाता है कि वास्तविक मरीजों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है। मौत का आंकड़ा भी इससे ज्यादा हो सकता है। क्यों कि राज्य में डेंगू बुखार से पीड़ित अधिकतर मरीज सरकारी अस्पतालों में पहुंचते ही नहीं है। इसके अलावा छोटे-छोटे क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर सभी मरीजों का ब्योरा राज्य के पोर्टल पर अपलोड नहीं करते हैं। इसके चलते सही आंकड़ा मिलना मु्श्किल होता है।

    dengue vaccine Uttarakhand News
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Pinterest Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram Follow on LinkedIn
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Pinterest Telegram LinkedIn
    teerandaj
    • Website

    Related Posts

    Uttarakhand के धार्मिक स्थलों में धारण क्षमता के अनुरूप ही दिया जाएगा प्रवेश

    July 29, 2025 कवर स्टोरी By teerandaj4 Mins Read5K
    Read More

    ‘जानलेवा सिस्टम’, दम तोड़ती उम्मीद और टूट चुका भाई

    July 16, 2025 कवर स्टोरी By teerandaj5 Mins Read2K
    Read More

    Dehradun Basmati Rice: कंकरीट के जंगल में खो गया वजूद!

    July 15, 2025 एक्सक्लूसिव By Arjun Singh Rawat16 Mins Read2K
    Read More
    Leave A Reply Cancel Reply

    अतुल्य उत्तराखंड


    सभी पत्रिका पढ़ें »

    Top Posts

    Delhi Election Result… दिल्ली में 27 साल बाद खिला कमल, केजरीवाल-मनीष सिसोदिया हारे

    February 8, 202513K

    Uttarakhand : ये गुलाब कहां का है ?

    February 5, 202512K

    Delhi Election Result : दिल्ली में पहाड़ की धमक, मोहन सिंह बिष्ट और रविंदर सिंह नेगी बड़े अंतर से जीते

    February 8, 202512K

    UCC In Uttarakhand : 26 मार्च 2010 के बाद शादी हुई है तो करा लें रजिस्ट्रेशन… नहीं तो जेब करनी होगी ढीली

    January 27, 202511K
    हमारे बारे में

    पहाड़ों से पहाड़ों की बात। मीडिया के परिवर्तनकारी दौर में जमीनी हकीकत को उसके वास्तविक स्वरूप में सामने रखना एक चुनौती है। लेकिन तीरंदाज.कॉम इस प्रयास के साथ सामने आया है कि हम जमीनी कहानियों को सामने लाएंगे। पहाड़ों पर रहकर पहाड़ों की बात करेंगे. पहाड़ों की चुनौतियों, समस्याओं को जनता के सामने रखने का प्रयास करेंगे। उत्तराखंड में सबकुछ गलत ही हो रहा है, हम ऐसा नहीं मानते, हम वो सब भी दिखाएंगे जो एकल, सामूहिक प्रयासों से बेहतर हो रहा है। यह प्रयास उत्तराखंड की सही तस्वीर सामने रखने का है।

    एक्सक्लूसिव

    Dehradun Basmati Rice: कंकरीट के जंगल में खो गया वजूद!

    July 15, 2025

    EXCLUSIVE: Munsiyari के जिस रेडियो प्रोजेक्ट का पीएम मोदी ने किया शिलान्यास, उसमें हो रहा ‘खेल’ !

    November 14, 2024

    Inspirational Stories …मेहनत की महक से जिंदगी गुलजार

    August 10, 2024
    एडीटर स्पेशल

    Uttarakhand : ये गुलाब कहां का है ?

    February 5, 202512K

    Digital Arrest : ठगी का हाईटेक जाल… यहां समझिए A TO Z और बचने के उपाय

    November 16, 20249K

    ‘विकास का नहीं, संसाधनों के दोहन का मॉडल कहिये…’

    October 26, 20237K
    तीरंदाज़
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Pinterest LinkedIn WhatsApp Telegram
    • होम
    • स्पेशल
    • PURE पॉलिटिक्स
    • बातों-बातों में
    • दुनिया भर की
    • ओपिनियन
    • तीरंदाज LIVE
    • About Us
    • Atuly Uttaraakhand Emagazine
    • Terms and Conditions
    • Privacy Policy
    • Disclaimer
    © 2025 Teerandaj All rights reserved.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.