उत्तराखंड में बृहस्पतिवार को Cyber Attack से सरकारी कामकाज ठप रहा। जमीनों की रजिस्ट्री से लेकर सीएम हेल्पलाइन साथ ही सचिवालय का कामकाज पूरी तरह ठप रहा। सिक्योर इंटरनेट सर्विस यूके स्वान के अलावा सबसे अहम स्टेट डाटा सेंटर भी इसकी जद में आ गया। एक के बाद एक सरकारी वेबसाइटें बंद होती चलीं गईं। डिजिटल हो रहे प्रदेश में साइबर खतरों से निपटने की तैयारियों पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) में विशेषज्ञों की टीम साइबर हमले से बाहर निकलने का प्रयास कर रही हैं। शुक्रवार सुबह तक व्यवस्थाएं बहाल नहीं हो पाई थीं। साइबर अटैक के बाद सचिव आईटी नितेश झा ने पूरी सेवाएं बंद करा दीं। बृहस्पतिवार दिनभर वायरस से छुटकारा पाने के प्रयास असफल रहे। देर शाम विशेषज्ञ यूके स्वान को चलाने में कामयाब हुए, लेकिन वह स्थायी तौर पर नहीं चल पाया।
जनता नहीं कर पाई शिकायतें
बृहस्पतिवार को दिनभर उत्तराखंड के लोग सीएम हेल्पलाइन पर क्लिक करते रहे। मगर कोई रिस्पांस नहीं आया। इसके अलावा सरकार का सबसे महत्वपूर्ण ई-ऑफिस पूरी तरह से बंद रहा। सचिवालय में सभी फाइलें जस की तस पड़ी रहीं। जिन जिलों में ई-ऑफिस लागू है, सब जगह कामकाज रुका रहा।
कोषागार का डाटा भी गायब हो चुका है
पिछले साल जुलाई माह में कोषागार निदेशालय का आईटीडीए स्टेट डाटा सेंटर से साढ़े तीन लाख कर्मचारियों, पेंशनरों, आश्रितों का 22 दिन का डाटा गायब हो गया था। तीन दिन तक प्रयास करने के बाद भी आईटीडीए के विशेषज्ञ इस डाटा को रिकवर नहीं कर पाए थे। गनीमत रही कि कोषागार निदेशालय के पास इसका बैकअप था।