उत्तराखंड राज्य में विकास के ध्यान पर्यावरण का ध्यान भी रखा जाएगा। सीएम धामी ने इसके लिए त्रि-स्तंभीय और नौ सूत्रीय कार्यक्रम बनाया है। बृहस्पतिवार को इसका शुभारंभ किया गया। उत्तराखंड की भागौलिक स्थिति अन्य राज्यों से भिन्न हैं। विकास कार्य भी यहां की स्थितियों के अनुसार ही किया जाता है। इसलिए धामी सरकार ने यह कार्यक्रम तैयार कराया है। बताया जा रहा है कि इससे राज्य की जनता लाभ मिलेगा साथ ही पर्यावरण संरक्षण भी होगा।
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नियोजन विभाग तीन स्तंभो समुदाय सशक्तिकरण अभियान, नवाचार एवं तकनीकी अभियान तथा वित्तीय स्वायत्तता एवं साक्षरता अभियान पर काम करेगा। शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूर्ण करने के लिए हम सबको अपना विशेष योगदान देना है। राज्य सरकार द्वारा विकास के साथ ही पर्यावरण संतुलन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
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उन्होंने सभी विभागों से कहा कि ‘त्रि-स्तंभीय और नौ-सूत्रीय रणनीति कार्यक्रम पर गंभीरता से काम करेंगे। विभागों को नवरात्रि के पावन पर्व पर संकल्प लेकर राज्य में आर्थिकी एवं पारिस्थितिकी में संतुलन बनाकर कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ना है। सीएम ने बताया कि राज्य की आर्थिकी एवं पारिस्थितिकी में संतुलन के लिए प्रत्येक स्तंभ के लिए तीन सूत्रीय रणनीति बनाई गई है।
पहले स्तंभ समुदाय सशक्तिकरण अभियान के तहत तीन सूत्र पारंपरिक प्रथाओं का पुनरावर्तन, उचित उपभोग हेतु व्यवहार परिवर्तन एवं युवाओं का कौशल उन्नयन है। दूसरे स्तंभ नवाचार एवं तकनीकि अभियान के तहत तीन सूत्र ग्रीन टेक्नोलॉजी को प्रोत्साहन, तकनीकी आधारित त्वरित समाधान एवं सर्कुलर इकॉनमी का अंगीकरण है। तीसरे स्तंभ वित्तीय स्वायत्तता एवं साक्षरता अभियान के तहत तीन सूत्र ग्रीन प्रैक्टिसेज का मानकीकरण, कार्बन क्रेडिट हेतु सहभागिता एवं सतत परियोजनाओं हेतु ब्रिज फंडिंग की रणनीति है। इस अवसर पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव न्याय प्रदीप पंत, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।