जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दुनिया भर के कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने अभूतपूर्व सुधार करते हुए बड़ी छलांग लगाई है। पिछले साल विवि की रैंकिंग जहां 300 से 350वें स्थान के बीच थी, अब यह 200 के अंदर आ गया है। यानी, 100 स्थानों का सुधार हुआ है। इसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने एक पोस्ट के माध्यम से खुशी जताई। कहा, यह उपलब्धि विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा, अनुसंधान एवं विस्तार कार्यों में निरंतर प्रयासों और समर्पण का परिणाम है। विश्वविद्यालय दिन-रात कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट अकादमिक, अनुसंधान एवं विस्तार कार्यों को आगे बढ़ाते हुए देश और समाज की सेवा कर रहा है। बतादें कि कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान को नवाचार के लिए जाना जाता है। वह जब से पदभार संभाले हैं, विवि में कई शोध शुरू हुए। इसी का परिणाम विश्व रैंकिंग में दिख रहा है।
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रूस के साथ शोध कर रहे वैज्ञानिक
GB Pant University के वैज्ञानिक पशु चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में रूस के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर शोध कर रहे हैं। पशु चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में यह एक बड़ी उपलब्धि है। जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.मनमोहन सिंह चौहान के नेतृत्व में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग यूनिवर्सिटी गई चार सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम ने इसके लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे। अगले कुछ दिन में रूस के कुछ और विश्वविद्यालयों से भी इस तरह के करार के लिए बातचीत होनी है।
एमओयू के तहत जीबी पंत विश्वविद्यालय के छात्र, फैकेल्टी तथा वैज्ञानिक सेंट पीटर्सबर्ग रिसर्च एंड अकादमी जाएंगे और वहां हो रहे शोधों का अध्ययन करेंगे। वहीं सेंट पीटर्सबर्ग विश्वविद्यालय के छात्र एवं फैकल्टी तथा वैज्ञानिक जी.बी. पंत यूनिवर्सिटी पंतनगर में आएंगे। यहां जो भी अकादमिक और रिसर्च में एडवांस कार्य हो रहा है, उसके बारे में जानकारी लेंगे। दोनों विश्वविद्यालय अपनी रिसर्च तकनीक का समय-समय पर आदान-प्रदान करेंगे, जिससे वेटरनरी एंड एनिमल साइंस में विकास होगा। इसके साथ-साथ आपस में कल्चरल एक्सचेंज भी होगा।
