इको फ्रेंडली नेशनल गेम्स की सफलता के बाद धामी सरकार अब चारधाम यात्रा को भी इको फ्रेंडली बनाने जा रही है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चारधाम यात्रा पर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न होने पाए। इसके अलावा सरकार सभी तीर्थयात्रियों से अपील कि है वह अपने पूर्वजों की याद में एक पौधा रोपें। उन्होंने ग्रीन चारधाम यात्रा की अपील की है। 30 अप्रैल को शुरू हो रही चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा कि मार्च में विभागीय सचिव और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करें। यात्रा से पहले सड़क, पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए। यातायात प्रबंधन और यात्रा मार्गों पर पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाए।
स्वास्थ्य परीक्षण की समुचित व्यवस्था हो
मुख्यमंत्री ने कहा, यात्रा मार्गों में श्रद्धालुओं के लिए हेल्थ स्क्रीनिंग टेस्ट की समुचित व्यवस्था की जाए। केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के पैदल मार्गों पर घोड़े खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही गर्म पानी और चारा उपलब्ध कराया जाए। बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, दर्जाधारी मंत्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव गृह शैलेष बगोली, सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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शीतकालीन प्रवास स्थलों के आसपास क्षेत्रों का भी करें विकास
मुख्यमंत्री ने शीतकालीन यात्रा स्थलों का मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। इनके अलावा चारों धामों के शीतकालीन प्रवास स्थलों के आसपास के क्षेत्रों को भी विकसित करने को कहा। सीएम ने कहा, गंगोत्री व यमुनोत्री के मास्टर प्लान पर भी कार्य किया जाए। 2026 में होने वाली नंदा राजजात और 2027 के कुंभ के लिए भी तैयारी करने के निर्देश दिए।
जहां से शुरू की नौकरी, उसे गोद लें अधिकारी
सीएम धामी ने अधिकारियों की भी एक जिम्मेदारी तय कर दी है। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा है कि जहां से वह लोग अपनी नौकरी की शुरुआत की है, उस ब्लॉक, गांव को गोद लेकर उसका विकास करें। इन क्षेत्रों में रात्रि प्रवास कर जन समस्याओं का समाधान करें। सरकारी स्कूलों, अस्पतालों और अन्य संस्थानों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी करें।
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