2019 लोकसभा चुनावों के आखिरी चरण के ठीक पहले पीएम मोदी का Uttarakhand की गुफा में ध्यान वाली तस्वीर लोगों के जेहन से अभी नहीं उतरी होगी। घुमक्कड़ प्रवृत्ति के लोगों को यह तस्वीर खूब लुभा रही थी। अब उत्तराखंड सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है जिसमें आम आदमी भी इन गुफाओं में योग-ध्यान के साथ रात में रुक भी सकेंगे। श्रद्धालुओं को गुफा में बेड, बिजली, इलेक्ट्रिक केटल और कंबल की सुविधा मिलेगी। इन दिनों बर्फबारी से क्षतिग्रस्त गुफाओं का सुधारीकरण कार्य चल रहा है। बतादें कि गुफाओं में श्रद्धालुओं का आना जाना पहले भी होता रहा है। लेकिन, कोई सुविधा न होने के कारण किसी को वहां रात में रुकने की अनुमति नहीं थी। यहां दो गुफा पत्थर की और दो सीमेंटयुक्त हैं। चारधाम यात्रा के दौरान कई श्रद्धालु इन गुफाओं में ध्यान करने पहुंचते हैं। बीते वर्षों में अभी तक 41 श्रद्धालु इन गुफाओं में ध्यान करने पहुंचे हैं। यहां ध्यान, साधना करने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता था। हालांकि, अब श्रद्धालुओं को कुछ शुल्क चुकाने होंगे। इसका निर्धारण अब तक नहीं किया गया है।
बताया जा रहा है कि नगर पंचायत बद्रीनाथ की ओर से एक जुलाई से ध्यान गुफा का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। मंदिर से करीब 500 मीटर की दूरी पर नीलकंठ पर्वत की तलहटी में ऋषिगंगा फॉल के समीप चार ध्यान गुफाएं बनाई गई हैं। इनका निर्माण नगर पंचायत बद्रीनाथ ने वर्ष 2022 में किया था।
गुफाओं के बाहर शौचालय भी
अब नगर पंचायत की ओर से गुफाओं को सुविधासंपन्न बनाया जा रहा है। यहां बिजली की सुविधा दी जा रही है जिससे श्रद्धालु यहां ध्यान, साधना कर रात को प्रवास भी कर सकेंगे। गुफाओं के बाहर शौचालय की सुविधा भी दी जाएगी। नगर पंचायत के अधिशासी अभियंता सुनील पुरोहित के मुताबिक, जिलाधिकारी के निर्देश पर बदरीनाथ में ध्यान गुफाओं को सुविधा संपन्न बनाया जा रहा है। बर्फबारी से क्षतिग्रस्त गुफाओं का इन दिनों सुधारीकरण कार्य चल रहा है। एक जुलाई से इनका संचालन शुरू कर दिया जाएगा। यहां निवास करने वाले श्रद्धालुओं से अब शुल्क लिया जाएगा। पंचायत के बोर्ड की ओर से शुल्क का निर्धारण भी जल्द कर लिया जाएगा।
पीएम मोदी के ध्यान के बाद बढ़ा था आकर्षण
केदारनाथ धाम की तर्ज पर अब बदरीनाथ धाम में भी प्राकृतिक गुफाओं को ध्यान गुफा का स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। इन गुफाओं के द्वार पर पत्थर की दीवार खड़ी कर दरवाजे लगाए गए हैं। गुफाओं में सोलर लाइटें लगाई गई हैं। खास बात यह कि ध्यान केंद्रों के पास से ही ऋषि गंगा की जलधारा भी बहती है। गुफाओं के ठीक सामने उरेडा की जल विद्युत परियोजना की नहर का पानी झरने के रूप में गिरता है। इससे वहां मनोहारी दृश्य बनता है। पीएम मोदी ने जब से गुफाओं में साधना की है तब से गुफाओं में ध्यान-योग करने को लेकर आकर्षण बढ़ा है। इसके बाद उत्तराखंड सरकार ने गुफाओं को साधन संपन्न बनाने पर जोर दिया। केदारनाथ के पास भी ऐसी गुफाएं हैं। जहां श्रद्धालु ध्यान-योग करते हैं। हालांकि, रात रुकने की व्यवस्था कहीं नहीं थी।