Chardham Yatra-2025 के लिए तीर्थयात्रियों का उत्साह चरम पर है। 16 अप्रैल तक 17,76,058 तीर्थयात्री अपना पंजीकरण करा चुके हैं। इसके अलावा उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद का कंट्रोल रूम अब दिन-रात व्यस्त है। देश भर से औसतन रोजाना 638 लोग कंट्रोल रूम में संपर्क कर यात्रा से जुड़ी जानकारी ले रहे हैं। अभी तक लगभग 17,853 लोग कंट्रोल रूम से संपर्क कर चुके हैं। चारधाम यात्रा इस महीने की 30 तारीख को अक्षय तृतीया के पावन पर्व से शुरू हो रही है। अनुमान है कि शुरुआत 15 दिनों में 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आ सकते हैं।
चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 20 मार्च से शुरू हुई थी। पहले दिन 20 मार्च को सबसे ज्यादा 1,032 लोगों ने कंट्रोल रूम में संपर्क कर जानकारी हासिल की थी। आठ अप्रैल को 961 और सात अप्रैल को 803 लोगों ने कंट्रोल रूम में संपर्क किया। पर्यटन विकास परिषद के कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 0135-1364 पर देश के विभिन्न हिस्सों से लगातार कॉल आ रही हैं।
चारधाम यात्रा के शुरुआती 15 दिनों में 10 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इस बार पर धामों में भीड़ नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार ने विशेष रणनीति बनाई है। जिस तिथि का यात्रा पंजीकरण होगा, उसी दिन दर्शन करने की अनुमति होगी। इसके अलावा ऋषिकेश, हरिद्वार, विकासनगर, हर्बटपुर व नया गांव में ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा होगी।
31 मई तक वीवीआईपी अतिथियों से न आने का अनुरोध
30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सरकार ने सुगम, सुखद व सुरक्षित यात्रा का प्लान बनाया है। प्रदेश सरकार दो से 31 मई की अवधि के दौरान प्रोटोकॉल के तहत वीआईपी अतिथियों से यात्रा में न आने का अनुरोध कर चुकी है। इस संबंध में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की ओर से सभी राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र भेज कर वीआईपी के यात्रा से बचने का आग्रह किया गया।