नेल पॉलिश किसी भी महिला की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है। शहर हो या गांव महिलाएं इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल करती हैं। यही कारण है भारत में नेल पॉलिश का बाजार 120 करोड़ रुपये से ज्यादा का हो गया है। हर साल यह 10 प्रतिशत की दर से बढ़ भी रहा है। लेकिन, हाल ही में इसको लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पीजीआई चंडीगढ़ के शोधकर्ताओं के मुताबिक, जो महिलाएं गहरे रंग का नेल पॉलिश इस्तेमाल करती हैं, इमरजेंसी की स्थिति में अगर उनको ऑक्सीमीटर लगाई जाती है तो उसकी रीडिंग गड़बड़ हो सकती है। ऐसे में मरीजों की जान खतरे में पड़ सकती है।
पीजीआई चंडीगढ़ के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों ने यह निष्कर्ष 117 शोधपत्रों की समीक्षा निकाला है। शोध के मुताबिक, काले, नीले और भूरे रंग की नेल पॉलिश पल्स ऑक्सीमीटर की सटीकता को प्रभावित कर सकती है। इससे मरीज की स्थिति का गलत आकलन हो सकता है और जरूरी इलाज में देरी हो सकती है। खासतौर पर इमरजेंसी में यह स्थिति मरीज और डॉक्टर, दोनों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।
शोधकर्ताओं ने ऐसी स्थिति आने पर क्या किया जाए, इसके लिए कुछ सुझाव भी दिए हैं। अगर मरीज की हालत गंभीर है और कोई विकल्प नहीं है, तो नेल पॉलिश हटाकर रीडिंग ली जाए। या जिस अंगुली में नेल पॉलिश न लगी हो उस पर पल्स मीटर लगाया जाए। साथ ही यह भी सुझाव दिया गया है कि अगर कोई नियमित रूप से पल्स ऑक्सीमीटर का उपयोग करता है तो बेहतर होगा कि नेल पॉलिश हटाकर ही ऑक्सीजन स्तर मापा जाए। खासतौर पर अस्पतालों में मरीजों और डॉक्टरों को इस पर ध्यान देना चाहिए, ताकि इमरजेंसी में गलतफहमी से बचा जा सके। तो अगली बार जब आप अपने किसी करीबी की ऑक्सीजन स्तर की जांच करने जाएं, तो नाखूनों को भी जांच लें।
नेल पॉलिश के अन्य नुकसान
नेल पॉलिश के अन्य नुकसान भी हैं, जिसके बारे में लगभग सभी लोग जानते हैं। जैसे-यह केमिकल से बनता है। सस्ते नेल पॉलिश नाखूनों को कमजोर बनाते हैं। इससे नाखून जल्द टूटने लगते हैं। सस्ते नेल पॉलिश से त्वचा रूखी होने लगती है और उंगलियों में खुजली होने लगती है। कुछ शोध में यह भी सामने आया है कि इससे निकलने वाली गंध फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकती है। यह उन महिलाओं के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकती है जो इसका रोजाना इस्तेमाल करती हैं। इन सब चीजों से बचने के लिए आप ब्रांडेड नेल पेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिसमें केमिकल ना हो और वह फाइव फ्री नेल पेंट (जिसमें फॉर्मेल्डिहाइड, टोल्यूनि, डिब्यूटाइल फथलेट (डीबीपी), फॉर्मेल्डिहाइड रेजिन और कपूर न मिला हो) हो। साइड इफेक्ट से बचने के लिए नेल पॉलिश को ज्यादा समय तक ना लगाएं और नाखूनों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
नेल पॉलिश रिमूवर भी खतरनाक
कुछ समय पहले ब्रिटेन के वेंकट सेंटर फॉर स्किन एंड सर्जरी में नेल पॉलिश रिमूवर पर एक शोध किया था। उसमें बताया गया था नेल पॉलिश हटाने की प्रक्रिया भी नाखूनों के लिए हानिकारक हो सकती है। नेल पेंट रिमूवर में एसीटोन मौजूद रहता है, जिसमें डालने पर नाखूनों को नुकसान पहुंच सकता है। यदि आप खुरच कर जल्दबाजी में नेल पेंट को हटाती हैं, तो इससे नेल प्लेट डैमेज हो सकते हैं। वहीं लंबे समय तक नेल पॉलिश लगाने से नाखून में गंभीर रूप से टूट-फूट भी हो सकती है। इससे नेल ड्राई हो सकते हैं।
पहले जानें…फिर इस्तेमाल करें
दुनिया के सभी देशों में नेल पॉलिश का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए कोई यह कहे कि यह हानिकारक है तब भी इसका इस्तेमाल नहीं रुकेगा। क्योंकि यह महिलाओं का प्रमुख सौंदर्य प्रसाधन है। इसलिए जरूरी है कि नेल पॉलिश अच्छे ब्रांड का खरीदें। साथ ही यह भी जानें कि वह किन केमिकल्स के मिश्रण से तैयार किया गया है। क्या ये कमिकल हानिकारक तो नहीं हैं। यह सब जानने के बाद इसका इस्तेमाल करें।