उत्तराखंड के किसानों की उपज को सही दाम मिले इसके लिए उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड (मंडी परिषद) रामनगर मंडी समिति परिसर में Integrated Pack House बनाने की कवायद कर रहा है। बताया जा रहा है कि इंटीग्रेटेड पैक हाउस में किसानों के फल-सब्जियों व अन्य उत्पादों की छटाई के बाद ग्रेडिंग की जाएगी। इसके बाद मंडी की ओर से किसानों के उत्पादों को ब्रांड नाम दिया जाएगा। इसके अलावा मंडी ही कृषि उपजों की बिक्री करने वाली बड़ी कंपनी से करार करेगी। यह कंपनी उपजों को किसानों से खरीदकर सही दाम देगी।
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रामनगर कुमाऊं और गढ़वाल का प्रवेश द्वार कहा जाता है। यहां आम, लीची, माल्टा, संतरा, नींबू, जामुन के अलावा मटर, गोभी, शिमला मिर्च, आलू, प्याज, टमाटर, मिर्च, बैंगन, भिंडी, बीन्स, हरी सब्जियां, अदरक सहित तमाम सब्जियां व दालें भी बिकती हैं। जानकार बताते हैं, अगर यह कवायद सही साबित हुई तो किसानों को काफी फायदा मिलेगा। उत्पादों को उसकी ग्रेडिंग के हिसाब से दाम मिलेगा। यानी, उत्पादों को उनकी गुणवत्ता के अनुसार A-B-C कैटेगरी में बांटा जाएगा।
3300 वर्ग मीटर जमीन पर लगेगा प्रोजेक्ट
सूत्रों के मुताबिक, मंडी परिषद ने प्रोजेक्ट का डिजाइन तैयार कर लिया है। इसे फाइनल टच दिया जा रहा है। मंडी परिषद के अनुसार इस यूनिट के लगने से खासतौर पर पहाड़ के कास्तकारों को फायदा होगा।
120-120 मीट्रिक टन के बनेंगे कोल्ड स्टोरेज
इस यूनिट में 120-120 मीट्रिक टन की क्षमता के चार कोल्ड स्टोरेज लगाए जाएंगे। यहां किसान तय शुल्क देकर अपने उत्पाद रख सकेंगे। इसके अलावा एक हजार मीट्रिक टन क्षमता का फ्रोजन स्टोर भी बनाया जाएगा। इसमें मटर, मांस और आइसक्रीम रखने की सुविधा होगी। सोलर प्लांट लगाने की भी योजना है। बताया जा रहा है कि प्रोजेक्ट का डिजाइन मंजूर होने के लिए नेशनल सेंटर फॉर कोल्ड चेन डेवलपमेंट को भेजा गया है।