Chardham Yatra : बाबा धाम की यात्रा इस बार कई मायनों में खास रही। विषम परिस्थितियों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु तो पहुंचे ही इसके साथ कारोबार को भी नया मुकाम मिला। इससे हजारों परिवारों की आजीविका को बल मिला है। चार धाम यात्रा में पहली बार हेलिकॉप्टर कंपनियों ने अपना कारोबार 1 अरब के पार पहुंचाया। 10 मई से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में इस वर्ष कुल 1652076 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। यात्रा के लिए पशुपालन विभाग के माध्यम से इस बार 8200 घोड़ा-खच्चरों का पंजीकरण किया गया था। इस वर्ष 9 मई से 2 नवंबर तक सोनप्रयाग व गौरीकुंड से पूरे यात्राकाल में 334030 यात्री घोड़ा-खच्चरों से केदारनाथ पहुंचे थे। इस दौरान 1 अरब 6 करोड़, 88 लाख, 96 हजार रुपये का कारोबार हुआ, जो यात्रा के इतिहास में नया रिकार्ड है। वहीं, 145594 यात्री बाबा केदार के दर्शन कर घोड़ा-खच्चर से केदारनाथ से वापस गौरीकुंड व सोनप्रयाग लौटे। इस दौरान 33 करोड़ 48 लाख 66 हजार 200 रुपये की आमदनी हुई।
वर्ष 2022 में घोड़ा-खच्चर से 1 अरब 9 करोड़, 2023 में 1 अरब 29 करोड़ और इस वर्ष 1 अरब 40 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ है। केदारनाथ यात्रा में घोड़ा-खच्चर यात्रियों को धाम पहुंचाने के साथ ही 25 हजार से अधिक परिवारों की आजीविका का माध्यम भी है। दूसरी तरफ केदारनाथ यात्रा में इस वर्ष हेलिकॉप्टर सेवा ने भी कारोबार को नया आयाम दिया है। इस साल 9 कंपनियों के 9 हेलिकॉप्टर ने पूरे यात्राकाल में लगभग तीन माह में 1 अरब 10 करोड़ रुपये का कारोबार किया है। गुप्तकाशी, फाटा, शेरसी सहित छह हेलीपैड से 1 लाख 30 हजार से अधिक यात्री हेलिकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे और 1 लाख 31 हजार से अधिक यात्री दर्शन कर वापस लौटे।
पूरे यात्राकाल में 10 मई से 20 जून तक 9 कंपनियों ने अपनी सेवा दी। इसके बाद तीन हेली कंपनियों ने जुलाई पहले सप्ताह तक रोस्टर के आधार पर अपनी सेवा दी। इसके बाद मानसून सीजन में दो हेली कंपनियों की सेवा जारी रही। वहीं, बरसात का सीजन खत्म होते ही मानबर पहले सप्ताह से 31 अक्तूबर तक 9 हेली कंपनियों के नौ हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ के लिए उड़ान भरी। हेलिकॉप्टर सेवा को लेकर यात्रा के आखिरी चरण में यात्रियों में खासा उत्साह देखने को मिला। स्थिति यह रही कि यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
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डंडी-कंडी से दो करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ
जिला पंचायत के सहयोग से संचालित डंडी-कंड़ी सेवा ने भी केदारनाथ यात्रा में कारोबार को नई दिशा देने में अहम भूमिका निभाई। इस वर्ष डंडी से 29 हजार 900 और कंडी से 33 हजार से अधिक यात्रियों ने पैदल मार्ग से केदारनाथ की यात्रा की। इस दौरान जिला पंचायत को दो करोड़ से अधिक का राजस्व मिला। साथ ही डंडी-कंडी संचालकों की भी अच्छी आमदनी हुई। जिला पंचायत के डंडी-कंडी नोडल अधिकारी ज्ञानेंद्र बगवाड़ी ने बताया कि यात्रा में जिला पंचायत को अच्छा राजस्व मिला है। साथ ही इस माध्यम से जुड़े लोगों की आमदनी में भी इजाफा हुआ है। मीडिया से बातचीत में रुद्रप्रयाग के मुख्य विकास अधिकारी बताते हैं घोड़ा-खच्चर, हेलिकॉप्टर और डंडी-कंडी सेवा से लाखों यात्री धाम पहुंचे और सकुशल यात्रा कर अपने घरों को लौटे। इन तीन माध्यमों से इस वर्ष यात्रा ने 253 करोड़ से अधिक का कारोबार किया है, जो नई उपलब्धि है।
वहीं, नोडल केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा एवं जिला पर्यटन राहुल चौबे ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि केदारनाथ यात्रा में इस वर्ष नौ हेली कंपनियों के हेलिकॉप्टर ने सेवाएं दी। यात्रा में 1 लाख 30 हजार से अधिक श्रद्धालु हेलिकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे। यात्रा के आखिरी चरण में हेलिकॉप्टर टिकट के लिए प्रतिदिन सैकड़ों फोन आते रहे। साथ ही यात्रियों को लंबा इंतजार भी करना पड़ा। यात्रा में हेलिकॉप्टर सेवा से इस बार 110 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है, जो नया रिकार्ड है।