भू-कानून और मूल निवास 1950 की मांग को लेकर यूकेडी (उत्तराखंड क्रांति दल) की तांडव रैली में हजारों लोग देहरादून में जुटे। प्रदर्शनकारी जोरदार नारेबाजी कर रहे हैं। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। बैरिकेडिंग पार करते समय यहां प्रदर्शनकारियों की पुलिस से तीखी झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह मूल निवासियों के हक की लड़ाई है, जिसे अंतिम सांस तक लड़ेंगे। कहा कि उत्तराखंड की जनता से छल कपट की राजनीति बंद की जाए। राज्य में हिमाचल जैसा भू-कानून और मूल निवास 1950 लागू किया जाए।
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बतादें कि यूकेडी की इस रैली को युवा जागरण मंच, देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल, बार एसोसिएशन आदि का समर्थन है। इससे पहले यूकेडी कार्यकर्ता परेड ग्राउंड में एकत्रित हुए। उसके बाद रैली निकालते हुए दिलाराम चौक से होते हुए हाथी बड़कला पहुंचे। पुलिस ने प्रर्दशनकारियों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी सड़क पर ही नारेबाजी करते हुए सशक्त भू कानून की मांग करने लगे।
#tandavrally #bhukanoon | भू कानून और मूल निवास की मांग को लेकर एक बार फिर उत्तराखंडी जनमानस सड़कों पर। #ukd की तांडव महारैली में उतरा लोगों का हुजूम। @UKD4Uttarakhand pic.twitter.com/LwjHX3yEtO
— Arjun Rawat (@teerandajarjun) October 24, 2024
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश उपाध्याय ने कहा संविधान के अनुसार उत्तराखंड प्रदेश में भी मूल निवास की प्रक्रिया बहाल होनी चाहिए, जिसका आधार वर्ष 1950 हो। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य में विशेष व्यवस्था के तहत सख्त भू कानून लागू होना चाहिए। उपाध्याय ने कहा उत्तराखंड क्रांति दल ने राज्य गठन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, लेकिन आज प्रदेश की दुर्दशा हो गई है। उन्होंने कहा उत्तराखंड में जमीनों पर कब्जा करके भू माफियाओं ने यहां के जंगल और प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने सरकार से भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाते हुए कहा कि हिमाचल की तर्ज पर यहां पर भी सशक्त भू कानून लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा राष्ट्रीय दलों ने राज्य को कमजोर करने का कार्य किया है, इसलिए आज उत्तराखंड क्रांति दल को मूल निवास 1950 और सशक्त भू कानून की मांग को लेकर तांडव रैली निकाल रहा है। इसे लोगों का अपार समर्थन भी मिल रहा है।