इंडिया टुडे के मार्केटिंग ऐंड डेवलपमेंट रिसर्च एसोसिएट्स (एमडीआरए) सर्वेक्षण-2024 में कुमाऊं विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर 28वीं रैंक मिली है। पिछली बार इंडिया टुडे के सर्वे में Kumaun University की रैंकिंग 30 थी। बतादें कि पिछले दो दशकों से हर वर्ष मीडिया ग्रुप इंडिया टूडे की ओर से देश विश्वविद्यालयों की रैंकिंग के लिए सर्वे किया जाता है। इसमें विश्वविद्यालय की अकादमिक और शोध एक्सीलेंस, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला की स्थिति, उपकरण, फैकल्टी, पर्सनैलिटी एंड लीडरशिप, कॅरिअर प्रोग्रेशन, उपलब्धियां, मूलभूत सुविधाएं, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला की स्थिति, उपकरण, फैकल्टी, प्रशासनिक ढांचा समेत अन्य मानकों के बारे में जानकारी जुटाई जाती है। इस बार देश में सरकारी विश्वविद्यालयों की बात की जाए तो दिल्ली स्थित जेएनयू पहले स्थान पर है।
कुलपति ने कहा टॉप टेन में शामिल होना लक्ष्य
रैंकिंग में 28वें स्थान पर आने की सूचना मिलने के बाद विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुलपति प्रो. डीएस रावत ने हर्ष जताते हुए कहा कि
विवि का लक्ष्य देश के सर्वश्रेष्ठ 10 विवि में शामिल होना है। उन्होंने अधिकारी, प्राध्यापक और कर्मचारियों से कड़ी मेहनत का आह्वान किया है। प्रो. डीएम रावत का कहना है कि इसके लिए हर स्तर पर सुधार की कवायद शुरू करने के साथ ही कड़े कदम भी उठाए जाएंगे।
अनुसंधान के लिए मिला था 100 करोड़ अनुदान
छह माह पूर्व ही कुमाऊं विश्वविद्यालय को बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान के लिए 100 करोड़ रुपये का अनुदान मिला था। विवि का दावा है कि उत्तराखंड से मात्र कुमाऊं विश्वविद्यालय को यह अनुदान दिया गया है। अनुदान राशि से आपदा प्रबंधन, शहअरी विकास केंद्र, व्यावसायिक विकास और उद्यमिता केंद्र जैसी नौ नई फैकल्टी स्थापित की जाएंगी।
कुमाऊं विवि में खुल रहीं फैकल्टी
– सतत शहरी विकास केंद्र
– व्यावसायिक विकास और उद्यमिता केंद्र
– गैर पारंपरिक ऊर्जा अध्ययन केंद्र
– आपदा प्रबंधन केंद्र
– एडवांस कंप्यूटिंग केंद्र
– हिमालयी औषधीय पौधे और कल्याण जीवन शैली में उत्कृष्टता केंद्र
– विधि एवं शिक्षा संकाय
– बायोमेडिकल साइंसेज और नैनो टेक्नोलॉजी संकाय
– केंद्रीकृत इंस्ट्रुमेंटेशन सुविधा
कुमाऊं विश्वविद्यालय
1 मार्च 1973 में नैनीताल में स्थापित कुमाऊं विश्वविद्यालय के दो कैंपस हैं नैनीताल और अल्मोड़ा। कुमाऊं क्षेत्र के 27 महाविद्यालय इससे संबद्ध हैं। भीमताल में एक और कैंपस बनाया जा रहा है। यहां पर व्यवसायिक और तकनीकी शिक्षा दी जाएगी। इस विश्वविद्यालय से बड़ी-बड़ी हस्तियां पढ़कर निकलीं हैं।