यह आंकड़े बेहद चिंताजनक हैं। डराने वाले हैं। देश के 22 करोड़ लोगों का बीपी हाई है। मगर हैरान करने वाली बात यह है कि चार में तीन लोगों को अपनी High blood pressure के बारे में पता ही नहीं है। इस कारण वह जांच ही नहीं कराते हैं। ऐसे हाईबीपी के कारण होने वाली बीमारियों की गिरफ्त में आ जा रहे हैं। यह जानकारी एक शोध में सामने आई है। यह अध्ययन हाइपर डायग्नोसिस ट्रीटमेंट एंड कंट्रोल इन इंडिया ने किया है। इसे लेकर ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के कम्युनिटी मेडिसिन सेंटर की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। एम्स कम्युनिटी मेडिसिन सेंटर ने लोगों को अपना ब्लड प्रेशर चेक करते रहने की सलाह दी है। इनका कहना है कि आने वाले वर्षों में लोगों का बीपी और हाई होने वाला है। यानी, हाईब्लडप्रेशर मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होने की आशंका है।
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मीडिया को जारी एक बयान में एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन सेंटर के डॉक्टर सुमित मल्होत्रा ने कहा है कि देश में लगातार हाइपरटेंशन के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सबसे अहम बात यह है कि जिन लोगों को हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उसकी उन्हें जानकारी भी नहीं है। डॉ. सुमित बताते हैं कि यह अध्ययन 2023 में हुआ है। यह अध्ययन बताता है कि चार लोगों में से तीन लोग ऐसे होते हैं जिनको हाई ब्लड प्रेशर होने की जानकारी तक नहीं होती है। हाइपर डायग्नोसिस ट्रीटमेंट एंड कंट्रोल इन इंडिया के एक अध्ययन में यह भी तथ्य सामने आया है कि पांच हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों में से महज एक व्यक्ति को ही इलाज मिल रहा है। डॉ. सुमित के मुताबिक- सबसे चिंताजनक बात यह है कि हाइपर टेंशन वाले 12 मरीजों में सिर्फ एक का बीपी नियंत्रण में रहता है।
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हाइपरटेंशन के लिए देश में अभियान की दरकार
अध्ययन करने वाली संस्था हाइपर डायग्नोसिस ट्रीटमेंट एंड कंट्रोल इन इंडिया का सुझाव है कि इस बीमारी से लोगों को बचाने के लिए देश में एक व्यापक अभियान चलाने की जरूरत है। ताकि, लोग जागरूक हो सकें। बताया जा रहा है कि एम्स प्रशासन इस बाबत काम भी शुरू कर दिया है। ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि जिन लोगों ने कभी भी अपना ब्लड प्रेशर नहीं चेक कराया है, वह एक बार जरूर चेक कराएं। अगर बीपी बढ़ा हुआ आता है तो ब्लड प्रेशर चेक कराते रहें। अगर नियमित और तय समय पर चेक किए गए ब्लड प्रेशर में भी बढ़ी हुई रीडिंग आती है तो चिकित्सक के पास जाएं। कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओर से पहले भी यह कहा जा चुका है कि आज की दिनचर्या में ब्लड प्रेशर की रीडिंग 140/90 के अंदर रहती है, तो यह सामान्य माना जा सकता है। फिर भी एहतियातन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
High Blood Pressure क्या है?
उच्च रक्तचाप (High blood pressure) या (हाइपरटेंशन) एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जो रक्त के दबाव को बढ़ाती है। यह दिल, शरीर के अन्य भागों और खून के प्रवाह को बढ़ा देती है।
शरीर के अंदर खून का दबाव 120/80 mmHg होता है। यह सामान्य है। इससे ज्यादा होने पर हाई ब्लड प्रेशर कहलाता है। ब्लड प्रेशर दो तरीकों से मापा जाता है, सिस्टोलिक प्रेशर और डायस्टोलिक प्रेशर। उच्च रक्तचाप को 130 एमएमएचजी या उससे अधिक के सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर रीडिंग या 80 एमएमएचजी या उससे अधिक के डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर रीडिंग के रूप में किया गया है। उदाहरण के लिए, जब ब्लड प्रेशर 120/80 होता है, तो सिस्टोलिक प्रेशर 120 होता है और डायस्टोलिक प्रेशर 80 होता है।
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हाई बीपी के लक्षण
हाई ब्लड प्रेशर या हाई बीपी के लक्षण आमतौर पर अस्थायी होते हैं और ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अलग होते हैं। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या की शुरुआत होने से पहले कुछ लोगों को कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को हाई ब्लड प्रेशर के आम लक्षण महसूस होने लगते हैं। यह लक्षण लंबे समय तक नहीं बने रहते हैं और जब तक व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर की वजह से गंभीर समस्याओं में नहीं होता है, तब तक यह लक्षण अस्थायी होते हैं।
हर व्यक्ति में हाई ब्लड प्रेशर के संकेत अलग अलग होते है। इनमें से कुछ लक्षण हैं-
सिरदर्द (Headache)
धुंधली दृष्टि
श्वास में तकलीफ
नाक से खून बहना
सीने में दर्द
कानों में घंटी बजना
खून से भरी उल्टी
नाक से अधिक बहता हुआ पानी
याददाश्त कमजोर होना
नींद नहीं आना
नाक से बहुत ज़्यादा खून बहना